इरफान अहमद
पाकिस्तान बहादुर भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को कुछ देर बाद भारत को सौंप देगा। बीती 27 फरवरी को उन्हें पाकिस्तानी सेना ने हिरासत में लिया था। इसके बाद से करोड़ों भारतीयों ने उनके वापस लौटने के लिए प्रार्थनाएं शुरू कर दी थी। लेकिन पाकिस्तान सेना की हिरासत से आजाद होकर स्वदेश लौटने के बाद अभिनंदन के अगले कुछ दिनों काफी चुनौती भरे होंगे। उन्हें कई तरह के टेस्ट के गुजरना होगा। इसमें एक टेस्ट ऐसा भी होगा, अगर वो उसमें कामयाब नहीं हुए तो नौकरी से भी हाथ धोना पड़ सकता है।
भारतीय वायुसेना के नियमों के तहत उन्हें कुछ कड़ी परीक्षाओं से गुजरना होगा। इस बारे में न्यूज 18 ने रिसर्च एंड एनॉलिसिस विंग के लिए काम करने वाले वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी से बात की है। अधिकारी ने कहा, “अभिनंदन को वापस लौटने के बाद कई तरह की परीक्षाओं से गुजरना होगा। ये बेशक अच्छा नहीं है लेकिन इंडियन एयरफोर्स नियम-कानून सख्त हैं। उन्हें युद्ध के दौरान दूसरे देश में पकड़े जाने के बाद वापस लौटने वाले टेस्ट से गुजरना ही होगा। इसका कोई विकल्प नहीं होगा।
रॉ अधिकारी के अनुसार, “निश्चित तौर पर अभिनंदन बहादुर इंसान हैं। उन्होंने पाकिस्तान के एफ-16 फाइटर जेट का सामना 1970 के दशक में बने पुराने मिग-21 लड़ाकू विमान से किया। भारतीय रक्षा संस्थान उनकी बहादुरी के लिए हमेशा उनका सम्मान करेगी। लेकिन उन्हें पूछताछ से कोई रियायत नहीं मिलने वाली।