भगवानपुर प्रभारी मौ मुकर्रम मलिक
सह सम्पादक अमित मंगोलिया
भगवानपुर भगवानपुर बीडीसी की बैठक में जनप्रतिनिधियों ने मामलों का समाधान नहीं होने पर हंगामा खड़ा कर दिया। भगवानपुर ब्लाक क्षेत्र में नकली खाद देने का आरोप को लेकर काफी देर तक सभागार में मामला गूंजता रहा। कई प्रतिनिधियों ने कृषि योजना का कोई लाभ किसानों तक नहीं पहुंचने का आरोप लगाते हुए शोर मचाना शुरू कर दिया। जिसे लेकर कई बार बैठक में मौजूद विधायक ने मामला शांत कराया। खंड विकास सभागार में क्षेत्र पंचायत बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता ब्लाक प्रमुख उषा अग्रवाल ने की। बैठक में क्षेत्रीय विधायक ममता राकेश, जिला पंचायत सदस्य सुबोध राकेश, मुनीर आलम, डीडीओ पुष्पेंद्र चौहान तथा 25 क्षेत्र पंचायत सदस्य, कई ग्रामसभाओं के प्रधान मौजूद थे। बैठक में जनप्रतिनिधियों के माध्यम से 13 शिकायतें दर्ज कराई गईं। सबसे पहले कृषि विभाग को जानकारी देने के लिए बुलाया गया। सहायक कृषि अधिकारी राजकुमार सिंह ने कृषि विभाग की जानकारी देनी शुरू की। जिस पर कई प्रधानों व बीडीसी सदस्यों में हंगामा करना शुरू कर दिया। जनप्रतिनिधि इलम चन्द का कहना था कि कृषि विभाग ने नकली पोटाश खाद देकर उनका नुकसान किया है। धान की फसल की बुवाई के समय पिछले वर्ष बीमा योजना चलाई गई थी। जिसमें प्रति किसान को 150 प्रति बीघा के हिसाब से अपनी फसलों का बीमा किसानों ने कराया था। जिस पर काफी किसानों ने अपनी फसलों का सर्वे कराकर फसल खराब होने की जानकारी कृषि विभाग को दी थी। लेकिन कृषि विभाग ने आज तक किसी भी किसान को बीमे की राशि प्रदान नहीं की गई। कृषि अधिकारियों ने बताया कि 22.61 लाख रुपए की राशि किसानों की फसल खराब होने के लिए दी गई है। जिस पर मजाहिदपुर के प्रधान पृथ्वी सिंह ने बीमे की रकम व खाद की धांधली का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू किया। बैठक में कृषि विभाग के अलावा चकबंदी, बिजली, नलकूपों की रही। बैठक में समाज कल्याण सहायक अधिकारी सोमप्रकाश, एसडीओ बिजली विभाग सजल हटवाल, सीएचसी से आए डॉ. दीपिका, रजनी, तामबीर सिंह, ब्रजपाल, मागेराम, रेखा देवी, साजिद, समेत कई प्रधान मौजूद रहे।