किशमिश खाने से से बढ़ सकती है आपकी इम्युनिटी ! जाने कैसे ?

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किशमिश  खाना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसमें बहुत सारे ऐसे गुण पाए जाते हैं जो हर तरह के  होने वाले वायरल व इन्फेक्शन से बचाव रखती है। बादाम, अखरोट, किशमिश और काजू जैसी ड्राई फ्रूट आइटम अगर मुट्ठी भर खा लें तो दिनभर का पोषण आपको आसानी से मिल जाता है। किशमिश खाने के भी बहुत सारे फायदे हैं लेकिन इसे खाने का सही तरीका आपको पता होना चाहिए।

  • किशमिश भिगोकर खाने के फायदे (Benefits of Kishmish)

रात को पानी में किशमिश भिगोकर रख दें और सुबह फूल जाने पर किशमिश का सेवन करें। इसे खाने का यह सबसे अच्छा तरीका है। भीगे हुए किशमिश में आयरन, पोटाशियम, कैल्शियम, मैग्नेशियम और फाइबर भरपूर मात्रा में होता है। इसके अलावा इसमें नेचुरल शुगर होती है जो नुकसान नहीं पहुंचाती। हाई ब्लड प्रेशर के लिए यह सबसे अधिक फायदेमंद है। यह ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है। इसमें पाया जाने नाला पोटैशियम तत्व हाइपरटेंशन से बचाव करता है। साथ ही इसे भिगोकर खाने से इसकी तासीर ठंडी हो जाती है। जिन लोगों को गर्मी व मुँह के  की प्रॉब्लम रहती है उन्हें भिगोकर ही इसका सेवन करना चाहिए।

रात में भीगी हुई किशमिश खाने और इसका पानी पीने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सिडेंट्स के कारण इम्यूनिटी बेहतर होती है जिससे बाहरी वायरस और बैक्टीरिया से हमारा शरीर लड़ने में सक्षम होता है और ये बैक्टीरिया शरीर में प्रवेश नहीं कर पाते हैं।

  • बीपी भी रहता सामान्य
    रात को भिगोयी हुयी किशमिश वैसे तो सभी के लिए फायदेमंद है मगर इसका लाभ उन लोगों को मिल सकता है, जो हाई ब्लड प्रेशर यानी हाइपरटेंशन से परेशान हैं। किशमिश शरीर के ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करती है। इसमें मौजूद पोटैशियम तत्व आपको हाइपरटेंशन से बचाता है।

किशमिश के सेवन से आप अनीमिया से बचे रहते हैं क्योंकि किशमिश आयरन का बेहतरीन स्रोत होता है। साथ ही इसमें विटामिन बी काम्प्लेक्स भी बहुतायत में पाया जाता है। ये सभी तत्व रक्त फॉर्मेशन में उपयोगी हैं।

  • खून बढ़ाने में कारगर 
    किशमिश यानी मुनक्का पाचन तंत्र में बेहद फायदेमंद है। मिनरल्स की मात्रा काफी होती है। यह हड्डियों के लिए काफी अच्छा होता है। दिनभर में 10-12 किशमिश ली जा सकती हैं। एक बात हमेशा ध्यान रखें कि भीगी हुई किशमिश में कैलरी की मात्रा काफी ज्यादा होती है। इसलिए इस बात का ध्यान रखें कि इसे ज्यादा मात्रा में न लें। इसे नियमित अपने आहार में शामिल करने से डाइजेशन में आराम मिलता है। असल में यह फाइबर से भरपूर होता है।

 

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