मौसम बदलते ही सब्जियों में दाम घटने के बजाय लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। थोक कीमतों में प्याज 35 और
आलू 38 रुपये किलो पर पहुंच गया है। फुटकर में ये कीमतें 50-55 रुपये तक हो गईं हैं। इधर शिमला मिर्च थोक बाजार में 65 और फुटकर में 100 रुपये के भाव को छू चुकी है।
महंगाई के मोर्चे पर जूझ रही जनता को सब्जियों ने एक बार फिर झटका दिया है। एक हफ्ते के अंतराल में आलू, प्याज ने कीमतों का अर्धशतक लगा दिया है। वहीं, शिमला मिर्च इससे भी दोगुने भाव पर पहुंच गई है। जिससे मध्य आय वर्ग के लोगों का बजट गड़बड़ाने लगा है।
कारोबारियों का मानना है कि इस बार फसल खराब होने से आवक कम है। जिसका असर रोज खाए जाने वाली सब्जियों पर पड़ रहा है। मंडी में करीब 40 टन माल रोजाना आ रहा है। यह बीते वर्ष की तुलना में आधा है।
मूल्य कम होने के आसार कम
बीते वर्ष की तुलना में आवक 50 फीसदी है, इसलिए कीमतों पर असर दिख रहा है। आलू, प्याज, शिमला मिर्च समेत अन्य सब्जियां के भाव तेज हैं। आगामी दिनों में भी मूल्य कम होने के आसार कम है।
ये समय आम लोगों के लिए मुश्किल भरा हो सकता है
इस समय सब्जियां खरीदना सबसे मुश्किल काम है। जो सब्जियां 10 से 12 रुपये किलो मिल जाती थीं, वह अब 30 से 40 में मिल रही हैं। आम जनता के लिए मुश्किल भरा समय है।
सब्जी मंडी में महंगाई की मार
सब्जी मंडी में तो इस समय जैसे महंगाई की आग लगी हुई है। आलू समेत सभी सब्जियां अब मध्य वर्ग की पहुंच से दूर हो रही हैं। सब्जी मंडी से बाहर आने पर जेब ढीली होने का अहसास होता है।
इस महंगाई पर लगाम लगाना जरूरी
सभी सब्जियां महंगी हैं। बजट के पूरे पैसे खर्च हो जाते हैं, लेकिन थैला नहीं भरता। इस महंगाई पर लगाम लगना जरूरी है।
थोक भाव में एक हफ्ते में आया फर्क
पहले अब
आलू 32 38
प्याज 30 35
शिमला मिर्च 55 65
टमाटर 28 30
फूल गोभी 20 23
काशीफल 15 18
अब फुटकर में कीमत
आलू 55
प्याज 55
शिमला मिर्च 100
टमाटर 45
फूल गोभी 35
काशीफल 30
(कीमत रुपये प्रति किलो