विरेन्द्र सिंह रावत बने यू के डी (उत्तराखंड क्रांति दल) के केंद्रीय अध्यक्ष खेल प्रकोष्ठ

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विरेन्द्र सिंह रावत बने यू के डी (उत्तराखंड क्रांति दल) के केंद्रीय अध्यक्ष खेल प्रकोष्ठ

देहरादून : उत्तराखंड क्रान्ति दल के केंद्रीय महामंत्री श्री जय प्रकाश उपाध्याय ने कहा कि उत्तराखंड के इतिहास मे पहली बार कोई खिलाड़ी जिसने राजनीति मे प्रवेश किया अपने 51 वर्ष जन्म दिन पर उत्तराखंड के प्रसिद्ध पूर्व राष्ट्रीय फुटबाल खिलाड़ी, वर्तमान राष्ट्रीय कोच और क्लास वन रेफरी, 7अंतराष्ट्रीय, 23 राष्ट्रीय और 21 स्टेट अवार्ड से सम्मानित, उत्तराखंड आंदोलनकारी, सामाजिक कार्यकर्ता, देहरादून फुटबाल अकैडमी के संस्थापक अध्यक्ष और हेड कोच, उत्तराखंड फुटबाल रेफरी एसोसिएशन के सचिव, उत्तराखंड सुपर लीग के टेक्निकल डायरेक्टर /संस्थापक सचिव, सी बी एस ई सुब्रतो मुखर्जी अंतराष्ट्रीय फुटबॉल टूर्नामेंट के कॉर्डिनेटर, खेलों मास्टर गेम्स फाउंडेशन ऑफ उत्तराखंड के महा सचिव, विश्व सेवा परिषद  उत्तराखंड के अध्यक्ष, खेल के उचित विकास के स्पेशल डॉक्टर की उपाधि से सम्मानित, समस्त खेलों के विकास के लिए जीवन समर्पित एवं आदि पदो मे विराजमान  डॉक्टर विरेन्द्र सिंह रावत क़ो क्रांति दल के केंद्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व कबीना मंत्री श्री दिवाकर भट्ट जी ने आज उत्तराखंड के मुख्य खेलो के उथान के लिए विरेन्द्र सिंह रावत क़ो केंद्रीय अध्यक्ष खेल प्रकोष्ठ का नियुक्ति पत्र प्रदान किया ओर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की ओर सभी युवाओं क़ो यू के डी मे रावत जी क़ो सहयोग ओर समर्थन देने की कामना की,प्रेस क्लब में विरेन्द्र सिंह रावत ने कहा की समस्त मीडिया, यू के डी के समस्त कार्यकर्ता, सदस्यों ओर उत्तराखंड के खिलाड़ियों का तह दिल से धन्यवाद दिया ओर कहा की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी क़ो पुर्ण ईमानदारी से खिलाड़ियों के हित के लिए कार्य किया जायेगा, कही भी किसी भी खिलाडी का शोषण नही होगा, सभी युवाओं क़ो एक जुट होकर खेलो के हित की बात की जाएगी
आने वाला 2022 में सभी युवा यू के क़ो वोट देकर खेलो यू के डी क़ो विजय बनाए ओर उत्तराखंड में खेलो का विकास कैसे होगा आप सभी का आशीर्वाद ओर समर्थन मिलता रहे, उत्तराखंड में पहली बार एक युवा खिलाडी, रेफरी कोच एक युवा नई सोच के साथ समस्त खेलो का उचित विकास करेगा


आपको बता दे कि विरेन्द्र सिंह रावत ने अक्तूबर माह 2020 मे राजनीति मे जाने का प्रण किया था और सभी पार्टियों के सम्पर्क मे रहे 4  महीने तक बी जे पी, कौंग्रेस, आप, उत्तराखंड प्रगतिशील, सर्वजन, उत्तराखंड जनता, यू के डी आदि पार्टियों के नेताओं के साथ गहन मंत्रणा की ओर अंत मे ये निश्कर्ष निकाला कि हम एक उत्तराखंड आंदोलनकारी है
उत्तराखंड हमारी मात्र भूमि है और हमारे साथ इस मात्र भूमि ने 13 बड़ी दुर्घटना से हमे बचाया है और जब हमने 1979 मे होश सम्भाला था तब से हमारे जहन मे पहले कॉग्रेस का नाम ही सुना था तो दूसरा यू के डी का नाम और जब यू के डी का गठन हुआ था और कहीं भी आंदोलन होता था तो हमारी माता जी स्वर्गीय समुद्रा देवी बड़ चढ़ कर भाग लेती थी और जब उत्तराखंड आंदोलन सुरु हुवा था तब यू के डी ने अलग राज्य की मांग के संघर्ष शुरू किया था जिसमें प्रथम महान योद्धा यू के डी स्वर्गीय इंद्रमणी बड़ोंनी, काशी सिंह येरी आदि लोगों ने अपनी जान दाव पर लगाकर इस राज्य के लिए अपना मह्त्वपूर्ण योगदान प्रदान किया था और 1994 के आंदोलन मे हमने भी बड़ चढ़कर भाग लिया था हमारी जान तो कई बार बची पुलिस की गोलियों से लेकिन हम ने अपना मित्र रवीन्द्र सिंह रावत उर्फ पोलू जो हमारे साथ बी एस सी मे डी ए वी कोलेज, देहरादून मे पड़ता था हमारे सामने ही इसकी शहादत हुई उसने हमे बचाया और खुद शहीद हो गया उस दिन को देखकर हमारी रूह आज भी कांपती है कि रामपुर तिराहे मुजफ्फरनगर मे पुलिस की बर्बरता देखी , हम भूखे प्यासे 3 दिन घर कैसे पहुचे हम ही जानते है फिर भी हमे पुलिस ढूँढती रही और इस आंदोलन मे समस्त उत्तराखंड के समस्त बालक, बालिका, पुरुष, महिला, सभी धर्म हिन्दू, मुस्लिम, शिख ईसाई सभी ने बड़ चढ़कर भाग लिया था और इस दौरान 42 शहादत हुई थी

यू के डी के साथ 1980 से हम जुड़े थे लेकिन परिवार की माली हालत ठीक नहीं थे अपने कामों मे व्यस्त रहे लेकिन पूरा प्यार और समर्थन हमेशा यू के डी के साथ ही रहा उत्तराखंड बना हमने सोचा था उत्तराखंड की स्थाई राजधानी गैरसेंण  बनेगी, मुख्य सुविधा मिलेगी, गांव गांव में चिकित्सा, शिक्षा, रोजगार, स्वरोजगार, बिजली, पानी, रोड, खेल, भू अध्यादेश लागू होगा आदि लेकिन हम ने देखा 20 साल हो गए

कॉग्रेस और बी जे पी सरकार बनी और हम ने समर्थन भी दिया दोनों पार्टियों को लेकिन क्या मिला आज जो स्थिति 20 साल पहले भी थी आज भी वहीं है आज उसके लिए हमारे गांव संघर्ष कर रहे है जितनी भी सरकार आई खूब लुटा परदेश को नेता मस्त रहे और उत्तराखंड के गांव वासी त्रस्त रहे
हम पहाड़ी है  हमे गर्व है कि इस मात्र भूमि के लिए लालच और लालसा को छोड़कर यू के डी को मजबूत करे और पुरानी सारी बाते भूलकर इस पार्टी को मजबूत करे और 2022 मे सभी पार्टियों को सबक सिखाये जिसने राज्य बनाया है पहली छेत्रीया यू के डी ही पूर्ण ईमानदारी से राज्य के विकास के लिए काम करेगी

रावत ने इस राज्य के विकास के लिए नौकरी छोडी, कर्ज लिया, जेल गया, शोषण सहा, जमीन बेची आदि कष्ट सहे लेकिन आज 51 वर्ष की उम्र मे भी हारना नहीं सिखा
असफलता एक चुनौती है इसे स्वीकार करो क्या कमी रह गई देखो और सुधार करो जब तक ना सफल हो तुम नींद चेन को त्यागो तुम संघर्ष का मैदान छोड़कर मत भागों तुम कुछ किए बिना ही जय जय कार नहीं होती कोशिश करने वालो की कभी हार नहीं होती।
उत्तराखंड क्रान्ति दल के केंद्रीय अध्यक्ष श्री दिवाकर भट्ट जी ने श्री वीरेंद्र रावत को केंद्रीय अध्यक्ष खेल प्रकोष्ठ पद पर मनोनयन करते हुये उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
उक्रांद द्वारा राज्य के युवाओं में जो खेल क्षेत्र में प्रतिभाशाली को निखारने के साथ साथ बढ़ावा दिया जायेगा। राज्य के बहुत से प्रतिभाशाली युवा है जिनको मौका नही मिलता, उक्रांद का खेल प्रकोष्ठ ऐसे युवाओं को मौका देने के लिये कार्य करेगा।
इस अवसर पर प्रेस वार्ता में श्री जय प्रकाश उपाध्याय,सुनील ध्यानी, नव मनोनयन खेल प्रकोष्ठ के केंद्रीय अध्यक्ष डॉ विरेन्द्र सिंह रावत,प्रमिला रावत,प्रीति नेगी,दीपक रावत,सोमेश बुडाकोटी,आकाश भंडारी,संजय नेगी ,किरन रावत कश्यप,सुलोचना इष्टवाल,शांति चौहान,आदि उपस्तिथ रहे।