रिर्पोट- पूरन भिलंगवाल
चमोली/जोशीमठ
आपके दुख देखा तो रहा नही गया, आप लोगों से मैं मिलने चली आयी – उमा भारती
तपोवन रैंणी पहुंची पूर्व केन्द्रीय मंत्री उमा भारती काफी भावुक नजर आयी। बोली आप लोगों के दुख देखा तो मुझसे रहा नही गया और आप लोगों से मिलने मैं यहां चली आयी। बोली की मैं अब सांसद या विधायक नही हूं लेकिन आप लोगों को विश्वास दिलाती हूं कि आप लोगों के दुखों एवं समस्या को सही मंच तक जरूर पहुंचाउंगी।
शुक्रवार को पूर्व केन्द्रीय मंत्री उमा भारती ने तपोवन एवं रैंणी में पहुंचकर प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया साथ ही वे ग्रामीणों से भी मिली। रैंणी पहुंचकर उमा ने गौरा देवी के स्मारक में उन्हें नमन कर लोगों से मुलाकात की। उमा भारती ने कहा कि रैंणी तपोवन घाटी में आयी यह जल प्रलय पहाडी राज्यों में आयी सबसे बडी आपदाओं में से एक है जिसमें सैकडों लोग हताहत हुए कई घरों के चिराग बुझ गए। कहा कि आपदा में मारे गए एवं लापता हुए लोगों के परिजनों के साथ उनकी संवेदनायें हैं व वे भी इस दुख में उनके साथ है। उमा भारती ने तपोवन बराज साईट एवं टनल साईट में पहुंचकर एनटीपीसी एवं रैस्क्यू में लगी एजेन्सीयों के लोगों बातचीत की व जानकारी प्राप्त की।
उमा भारती ने एनटीपीसी के लोगों से कहा कि वे आगे भी प्रभावित परिवारों के दुखों में उनके साथ खडे अवश्य रहें यही मानवता है। उमा भारती ने तपोवन एवं रैंणी दोनो ही स्थानों में ग्रामीणों से मुलाकात कर उनकी परेशानी सुनी व उन्हें आश्वासन दिया कि लोगों की समस्या सही मंच पर वे अवश्य रखेंगी। वहीं रैंणी के लोगों ने कहा कि वे आज भी 7 फरवरी को नही भूल पा रहे हैं व तब से खौफ के साये में जी रहे है, लोगों ने मांग की कि यदि उनके गांव का विस्थापन किसी सुरक्षित स्थान में हो जाता है तो वे सरकार के शुक्रगुजार रहेंगे। ग्राम प्रधान भवान राणा, पुष्कर राणा, शंकर सिंह ने कहा कि रैंणी वल्ली , रैंणी पल्ली एवं पैंग मुरंडा ग्राम सभाओं का विस्थापन सुरक्षा की दृष्टी से किया जाना आवश्यक है।
इस अवसर पर उनके साथ भाजपा वरिष्ठ नेता ऋषि प्रसाद सती, लक्ष्मण फरकिया, रंजना शर्मा, ललिता देवी, राकेश भंडारी, महावीर बिष्ट आदि मौजूद रहे।