भाजपा के महेश जीना का कांग्रेस की गंगा पंचोली से होगा मुख्य मुकाबला
उत्तराखंड में लंबे इंतजार के बाद आखिरकार भाजपा और कांग्रेस ने सल्ट उपचुनाव के लिए प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी है।
पार्टी हाईकमान के साथ ही भाजपा ने सांसदों व विधायकों से रायशुमारी के बाद नाम फाइलन किया है, वहीं कांग्रेस हाईकमान ने भी प्रदेश अध्यक्ष सहित पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं से रायशुमारी के बाद उम्मीदवार के नाम पर मुहर लगाई है।
भाजपा की ओर से महेश जीना को उम्मीदवार बनाया गया है, जबकि पिछले विधानसभा चुनाव में दम दिखा चुकीं गंगा पंचोली पर कांग्रेस ने एक बार फिर भरोसा जताया है।
बता दें कि भाजपा प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम ने सल्ट उपचुनाव पर सरकार के मंत्रियों और संगठन के पदाधिकारियों के साथ बैठक भी की थी। इस दौरान प्रत्याशी से लेकर चुनाव संचालन को लेकर चर्चा की गई। सूत्रों ने बताया कि सल्ट उपचुनाव के लिए गठित भाजपा की कमेटी के सदस्यों-कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य, राज्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत और भाजपा महामंत्री सुरेश भट्ट से चर्चा की गई थी।
सल्ट उपचुनाव के प्रभारी सुरेश भट्ट से फीडबैक लिया गया। फिर प्रदेश प्रभारी ने सभी मंत्रियों संग चर्चा की। उम्मीदावार का चयन केंद्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक में ही फाइनल हुआ है।
जबकि, वर्ष 2017 के चुनाव में सल्ट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुकी गंगा उस वक्त 2904 वोट से जीत से चूक गई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लहर में भी गंगा ने भाजपा को कड़ी टक्कर दी थी।
सूत्रों के अनुसार, सल्ट के लिए गंगा के साथ ही पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत के बेटे विक्रम रावत का नाम भी पैनल में था। हालांकि प्रदेश नेतृत्व रणजीत को चुनाव मैदान में उतारने के पक्ष में था अंतिम क्षणों तक भी रणजीत को मनाने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने इंकार कर दिया।
प्रत्याशी घोषणा के बाद प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि गंगा सल्ट से कांग्रेस की सशक्त प्रत्याशी हैं।
कांग्रेस इस चुनाव को जीत के लिए लड़ेगी। पिछले चार साल में जनता भाजपा सरकार से आजिज आ चुकी है। प्रत्याशी का नाम फाइनल होने के बाद कांग्रेसी नामांकन की तैयारी में जुट गए।
मंगलवार को नामांकन कराया जाना है। गौरतलब है कि निर्वाचन आयोग ने सल्ट विधान सभा के लिए हो रहे उप निर्वाचन में एक्जिट पोल पर रोक लगा दी है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने बताया कि शनिवार 27 मार्च से गुरुवार 29 अप्रैल के बीच की अवधि में कोई भी एग्जिट पोल प्रकाशित, प्रसारित नहीं किया जाएगा। मतदान समाप्ति से 48 घंटे पूर्व ओपिनियन पोल भी प्रकाशित नहीं होगा।