विज्ञान केवल प्रयोगशालाओं तक सीमित नहीं है – विजयसिंह रावत
रुद्रप्रयाग। बालसाहित्य संस्थान अल्मोड़ा द्वारा राजकीय इंटर कॉलेज कोटबांगर में यू कास्ट के सौजन्य से आयोजित बच्चों की 5 दिवसीय लेखन कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए प्रधानाचार्य विजयसिंह रावत ने कहा कि विज्ञान केवल प्रयोगशालाओं तक सीमित नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारे लोक जीवन में सुबह उठने से लेकर शाम सोने तक हम विज्ञान के कई प्रयोग करते हैं। परंतु विज्ञान को कठिन समझकर उससे दूरी बनाते हैं। उन्होंने बच्चों को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से जोड़ते हुए कहा कि हमें अपनी तार्किक शक्ति को बढ़ाते हुए क्या क्यों तथा कैसे तर्क वितर्क करने की आदत विकसित करनी चाहिए।
कार्यशाला के प्रारंभ में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी बलीराम नौटियाल ने अतिथियों का स्वागत करते हुए विद्यालय में बच्चों के कार्यक्रम रखने पर बालसाहित्य संस्थान का आभार व्यक्त किया।
बालप्रहरी के संपादक तथा बालसाहित्य संस्थान के सचिव उदय किरौला ने कार्यशाला की अवधारणा प्रस्तुत करते हुए कहा कि बच्चों को लोक विज्ञान तथा विज्ञान की अवधारणा से जोड़ने के उद्देश्य से आयोजित बच्चों की लेखन कार्यशाला में प्रत्येक बच्चे की हस्तलिखित पुस्तक तैयार की जाएगी। नुक्कड़ नाटक तथा काव्य गोष्ठी के माध्यम से भी बच्चे अपनी अभिव्यक्ति प्रस्तुत करेंगे।
कार्यशाला की शुरुआत ‘ज्ञान का दीया जलाने चल पड़ा है काफिला’ समूह गीत से हुई। उदय किरौला ने बच्चों को कविता की बारीकियां बताई। बच्चों ने पहले समूह में कविता बनाई। बाद में दिए गए विषयों के आधार पर बच्चों ने वैज्ञानिक सोच आधारित अपनी – अपनी कविता तैयार की। आज बच्चों ने अपनी हस्तलिखित पुस्तक के लिए मेरा परिचय, मेरे जीवन की घटना, मेरा गांव तथा मेरा विद्यालय आलेख तैयार किए।
आज बच्चों को तोता कहता है, कितना बड़ा पहाड़, जैसा मैं कहूं तथा पर्यावरण आधारित खेल कराए गए। इस अवसर पर प्रदीप वर्त्वाल, उषा राणा, रीना चौहान, मनोज कुमार,प्रियंका थपलियाल आदि उपस्थित थे। बच्चों के अध्यक्ष मंडल में शिवांशी रावत, प्रिया तथा तन्वी को शामिल किया गया। आज आयोजित सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता , नाम लिखो प्रतियोगिता, शब्द लिखो प्रतियोगिता तथा खेल प्रतियोगिताओं में बच्चों को पुरस्कार में बालसाहित्य दिया गया।