उत्तराखंड में भी बढ़ता कड़कनाथ मुर्गे का कारोबार क्या है कड़कनाथ की खासियत जानें
कड़कनाथ प्रजाति का मुर्गा अन्य प्रजातियों के मुर्गो से बेहतर होता है. इसमें विटामिन-बी-1, बी-2, बी-6, बी-12, सी, ई, नियासिन, कैल्शियम, फास्फोरस और हीमोग्लोबिन से भरपूर होता है. यह दूसरे मुर्गों की तुलना में लाभकारी है. इसका खून, हड्डियां और सम्पूर्ण शरीर काला होता है. जो इसे दूसरे मुर्गों से अलग बनाता है.
पोषक तत्वों से भरपूर है कड़कनाथ
मुख्य तौर से मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में पाया जाने वाला कड़कनाथ मुर्गा वैसे तो अब पूरे देश में मिलता है. कड़कनाथ मुर्गी के अंडे में प्रोटीन ज्यादा होता है, कम कोलेस्ट्रॉल होने के चलते इसे दिल के मरीज भी खा सकते हैं. स्वास्थ्य विशेषज्ञों का भी मानना है कि कड़कनाथ मुर्गे का मांस सेहत के लिए उपयोगी होता है. अन्य प्रजातियों के मुर्गा-मुर्गियों के मांस में फैट और वसा ज्यादा रहता है जिससे कि आये दिन लोगों को मोटापे और डायबिटीज जैसी खतरनाक बीमारियों का शिकार होना पड़ता है . लेकिन कड़कनाथ मुर्गे में न तो फैट होता है और न वसा बल्कि इसके मांस में आयरन और प्रोटीन की अधिकता होती हैं जिससे स्वस्थ और फिट शरीर के लिए आवश्यक है अच्छी बॉडी बिल्ड अप के शौकीन युवाओं के लिए यह एक अच्छा पोषण है . आयरन की अधिकता के कारण ही इस मुर्गे का रंग काला रहता है. जो ठंड के सीजन में सेहत के लिए अच्छा माना जाता है. दोस्तों कई लोगों की शिकायत थी कि कड़कनाथ मुर्गे की कीमत इतनी ज्यादा क्यों है ? उपरोक्त विवरण से आप जान सकते हैं कि आखिर ये महंगा क्यों है?लेकिन मेरी नज़रों में देखा जाय तो यह बिल्कुल भी महंगा नही है क्योंकि 200 रुपये का सस्ता चिकन खाने की वजह से बाद में जो हजारों लाखों रुपए डाइबिटीज, मोटापा, हृदयाघात जैसी खतरनाक बीमारियों पर खर्च करने से बेहतर है कि पहले से ही इनका सेवन बन्द करें और कड़कनाथ चिकन की अपने दैनिक जीवन में अपनाएं। जहाँ एक ब्रॉयलर चिकन 30 से लेकर 45 दिनों में अपना पूरा वजन पार(2 से लेकर 5kg) कर जाता है वहीं कड़कनाथ को अपना अधिकतम वजन 2 kg होने में कम से कम 6 माह का समय लगता है इससे देखा जाय तो ब्रॉयलर की तुलना में कड़कनाथ में मेहनत और चारा खर्च 4 से लेकर 6 गुना अधिक है इसलिए भी यह महंगा है। दोस्तों आज के दौर में जहाँ फास्ट फ़ूड जैसे जंक फूड में हजारों रुपये उड़ाए जा रहे हैं यह जानते हुए भी कि यह शरीर के लिए नुकसानदेह है ऐसे में जो चीजें स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है उनमें दो रुपये अधिक देने में क्या हर्ज है? कड़कनाथ मुर्गे के बारे में लिखी गई उपरोक्त बातें मेडिकली प्रूव्ड हैं ।