यमकेश्वर।
कोरोना से नही डरता पौड़ी जिले का कोटद्वार परिवहन विभाग।
अपना न तो दूसरों का तो सोचो!
आज पूरा विश्व जानलेवा नोवल कोरोना वायरस संक्रमण से जूझ रहा है. यह जानलेवा वायरस हजारों लोगों की जान ले चुका है तो लाखों लोगों को संक्रमित कर चुका है। उत्तराखण्ड में भी इस जानलेवा वायरस ने अपने पैर पसार लिए हैं. इसके चलते सरकार लगातार लोगों से अपील कर रही है कि मास्क पहनकर घर से बाहर निकलें, एवम सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। राज्य की सीमाओं पर कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट के बिना राज्य में प्रवेश पर प्रतिबंध है। लेकिन उत्तराखण्ड में परिवहन विभाग ही बिना मास्क के नियमों की धज्जियां उड़ाने में लगा हुआ है।
जहां एक ओर देश के प्रधान मंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री
जानलेवा वायरस से बचाव और इसके फैलाव को रोकने के लिए सरकार द्वारा मास्क की अनिवार्यता की गई है।
लेकिन कोटद्वार का परिवहन विभाग सरकार के नियमो का खुलेआम मजाक उड़ाते नजर आ रहा हैं।
यमकेश्वर के गंगा भोगपुर गांव के समीप संवाददाता के साथ कवरेज के दौरान परिवहन विभाग के सिपाही ने बृहस्पतिवार को जमकर अभद्रता की।
बतातें चलें कि बृहस्पति वार की सुबह को एक अखबार का पत्रकार एक कवरेज के संबंध में गंगाभोगपुर गांव में खड़ा हुआ था।
इस दौरान उत्तराखण्ड परिवहन विभाग कोटद्वार की गाड़ी वहां समीप एक ट्रैक्टर के कागजों की जांच कर रही थी।
इस दौरान किसी भी सिपाहि ने मास्क नही पहने हुए थे।
जिस पर जब बिना मास्क के सिपाहियों के फोटो खींचना चाहा तो सिपाही द्वारा अभद्रता की गई। सिपाही अश्वनी कुमार द्वारा कहा गया कि तू राजनीति कर रहा है बताऊं तुझे!
मैं बताऊं तुझे राजनीति करना!
सिपाही द्वारा गाड़ी की तरफ बढते हुए इतना तक कहा गया कि सर अब इनको छोड़ना नही अब तो गाड़ी का मोटा चालान करिए।
तस्वीरों में आप साफ देखा जा सकता है कि किस तरह से सिपाही बिना मास्क के जनता के बीच वाहनों के कागजातों की जांच कर रहा है।
सूत्रों की मानें तो यह सिपाही कई बार जनता से बदतमीजी कर चुका है।
प्रदेश में नवनियुक्त मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने पुलिस व प्रशासनिक अफसरों को पत्रकारों के साथ विनम्र व्यवहार रखने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद विभगीय कर्मचारियों द्वारा पत्रकारों के साथ अभद्रता के मामले सामने आ रहे हैं।