मरीज दम तोड़ रहे, नेता प्रचार कर रहे: भावना पांडे

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मरीज दम तोड़ रहे, नेता प्रचार कर रहे: भावना पांडे

मेडिसिन किटों पर त्रिवेंद्र रावत की फोटो लगाने की क्या जरूरत थी।

कमीशनखोरी के कारण कोटद्वार में खो दिया आक्सीजन प्लांट

देहरादून। राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने प्रदेश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर चिन्ता जतायी है। उन्होंने जनता से अपील की है कि वो बहुत जरूरी होने पर ही घरों से बाहर निकलें। मास्क, दो गज की दूरी और कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करें। उन्होंने प्रदेश सरकार की निंदा की कि एक ओर कोरोना पीड़ित मरीज बिना दवाइयों और इलाज के अभाव में दम तोड़ रहे हैं तो दूसरी ओर सरकार को मेडिसिन किटों पर भी प्रचार की चिन्ता सता रही है। उन्होंने कहा कि सरकार अबिलंब होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को मेडिकल किट पहुंचाए। उन्होंने कहा कि सरकार की लापरवाही के कारण कोटद्वार का आक्सीजन जनरेशन प्लांट महाराष्ट्र शिफ्ट हो गया।

राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने कोरोना की दवाइयों के किट पर पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की फोटो को लगाने संबंधी प्रकरण को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। उन्होंने कहा कि आखिर तत्कालीन सीएम को दवाइयों में भी प्रचार के लिए फोटो लगाने की क्या जरूरत थी? मौजूदा सरकार भी इस फोटो को ढकने के लिए क्यों कोशिश कर रही है। मरीजों को तुरंत दवाएं उपलब्ध करायी जानी चाहिए। कई मरीजों की जान संकट में है और आंगनबाड़ी वर्कर अब पूर्व सीएम की तस्वीरों को ढकने का काम कर रहे हैं। भावना पांडे ने समस्त देश के नेताओं से अपील की है कि वो जीवन बचाव की वस्तुओं पर नेताओं का फोटो न लगाएं। नेता बदलते रहते हैं।

समाजसेवी भावना पांडे ने कोटद्वार से आक्सीजन प्लांट महाराष्ट्र शिफ्ट होने के लिए भी रोष जताया। उन्होंने कहा कि नेताओं और अफसरों की लापरवाही और कमीशनखोरी के कारण यह प्लांट शिफ्ट हुआ। उन्होंने कहा कि यदि कोटद्वार में आक्सीजन जनरेशन प्लांट होता तो आज हमें आक्सीजन की कमी से नहीं जूझना पड़ता। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण कोटद्वार बेस अस्पताल में लगने वाला ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट महाराष्ट्र में शिफ्ट हो गया है। समय पर प्लांट के लिए हॉल तैयार नहीं होने पर 1.76 करोड़ रुपये की लागत से लगने वाला प्लांट खटाई में पड़ गया है। लेकिन विभाग ने एक हॉल के निर्माण में चार महीने लगा दिए। इस बीच महाराष्ट्र में कोरोना की दूसरी लहर फैल गई, जिसके कारण केंद्र ने कोटद्वार के लिए तैयार होने वाले ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट को महाराष्ट्र भेज दिया।