कोटद्वार में शोपीस बनी सुरक्षा दीवार आबादी में घुस रहे हैं जंगली हाथी
कोटद्वार: सनेह क्षेत्र में हाथियों को आबादी में आने से रोकने के लिए बनाई गई सुरक्षा दीवार शोपीस बनकर रह गई है। आए दिन हाथियों का झुंड आबादी में पहुंचकर काश्तकारों की फसल बर्बाद कर रहे हैं। शिकायत के बाद भी जनप्रतिनिधि व अधिकारी ध्यान देने को तैयार नहीं है।
वर्ष 2014-15 में सनेह क्षेत्र के रामपुर में हाथियों को रोकने के लिए करीब 1150 मीटर सुरक्षा दीवार बनाई गई थी। उम्मीद थी कि सुरक्षा दीवार निर्माण के बाद हाथी आबादी में प्रवेश नहीं कर पाएंगे, लेकिन कुछ साल बाद ही सुरक्षा दीवार जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गई। काश्तकार मोहन सिंह, अर्जुन कुमार ने बताया कि शाम ढलते ही क्षेत्र में हाथियों की धमक बढ़ जाती है। आए दिन हाथियों का झुंड आबादी में पहुंचकर उत्पात मचाते हैं। पिछले एक सप्ताह से हाथी जंगल के समीप सड़क पर घूमते हुए दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में कई बार सड़क पर वाहनों का जाम लगा रहता है। रात के अंधेरे में वाहन चालकों को हाथियों के हमले का खतरा बना रहता है।
खेती छोड़ रहे काश्तकार
आए दिन आबादी में पहुंच रहे हाथी काश्तकारों की फसल बर्बाद कर रहे हैं। फसल बर्बाद होने से काश्तकारों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। ऐसे में कई काश्तकार खेती छोड़ मजदूरी करने को मजबूर हो गए हैं। काश्तकारों का आरोप है कि उन्हें पूर्व में हुए नुकसान का भी अब तक मुआवजा नहीं मिला है।
कैंपा के तहत हाथी सुरक्षा दीवार के लिए एक करोड़ की धनराशि स्वीकृत की गई है। जल्द ही सुरक्षा दीवार का निर्माण शुरू करवा दिया जाएगा। डॉ.हरक सिंह रावत, वन एवं पर्यावरण मंत्री, उत्तराखंड