गांवों में कोरोना का कहर, नेता लापता: भावना पांडे

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गांवों में कोरोना का कहर, नेता लापता: भावना पांडे
 पहाड़ के गांवों में कोविड केयर सेंटर खोलने की जरूरत
 एनजीओ को सम्मान नहीं मिला तो इस बार चुप्पी साधे हैं संगठन

देहरादून। राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने गांवों में कोरोना के प्रसार पर चिन्ता जतायी है। उन्होंने कहा कि पौड़ी, नैनीताल, अल्मोड़ा समेत सभी पर्वतीय जिलों में तेजी से कोरोना फैल रहा है। पौड़ी और नैनीताल में हर तीसरा व्यक्ति कोरोना पाजिटिव है। ऐसे में वहां न तो कोविड केयर सेंटर हैॅ और न ही मरीजों को दवाएं मिल रही है। उन्होंने कहा कि जब जनता संकट में तो नेता लापता हैं। विधायकों को अपनी एक करोड़ की निधि से पहाड़ों में तुरंत अस्थायी अस्पताल, कोविड केयर सेंटर और दवाएं लगाई उपलब्ध करानी चाहिए।

 

राज्य अंादोलनकारी भावना पांडे ने कहा कि पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को कोरोना एक प्राणी नजर आ रहा है और उसे जीने का अधिकार है। उन्होंने पूर्व सीएम के इस बयान को हास्यापद करार दिया। उन्होंने कहा कि त्रिवेंद्र रावत ही इस विश्व में एकमात्र मानव होंगे जो कोरोना के मित्र हैं। एक जिम्मेदार नेता इस तरह की बयानबाजी कर जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहा है। उन्होंने त्रिवेंद्र रावत के इस बयान की निंदा की और इस बात पर जोर दिया कि नेता जनता के बीच जाकर कोरोना के सांथ जंग में उनका सहयोग करें। उन्होंने कहा कि नैनीताल, अल्मोड़ा, बागेश्वर, टिहरी, पौड़ी, रुद्रप्रयाग में हालात दिनों दिन बिगड़ रहे हैं। गांवों में लोग बुखार, सिरदर्द और जुकाम से पीड़ित हैं। लेकिन वहां सिरदर्द और बुखार की दवाएं भी नहीं हैं। ऐसे में कोरोना का इलाज कैसे होगा?

 

भावना पांडे ने कहा कि नेताओं को टीकाकरण सेंटर के रिबन काटने से ही फुरसत नहीं मिल रही है। वैक्सीन का भी भारी कमी हो गयी है। गांवों तक वैक्सीन पहुंच ही नहीं रही। उन्होंने विधायकों को सलाह दी है कि वो अपने क्षेत्र में ही रहें। विधायक निधि से जो एक करोड़ की राशि मिली है, उसका इस्तेमाल कोविड केयर सेंटर, दवाओं और स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के लिए करें। उन्होंने विधायकों को सलाह दी कि संकट काल में कमीशन का इंतजार न करें। उन्होंने मीडिया से अपील की कि वो ऐसे समय में केवल सरकार का ही गुणगान न करें और सरकार तक हकीकत को पहुंचाने का काम भी करें। प्रदेश में कोरोेना से मृत्युदर लगातार बढ़ रही है और टेस्टिंग और ट्रेसिंग का काम धीमा है। उन्होंने कहा कि सरकार वैक्सीनेशन को लेकर भी जनता को गुमराह कर रही है। अब तक प्रदेश में दस लाख वैक्सीन भी नहीं आई है जबकि 50 लाख लोगों को वैक्सीन लगनी है। उन्होंने मीडिया से कहा कि वो धरातल की बात भी सामने लाएं।