साइबर ठगों ने कोरोना सैंपल के नाम पर उड़ाए 75 हजार

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साइबर ठगों ने कोरोना सैंपल के नाम पर उड़ाए 75 हजार

देहरादून: कोरोना टेस्ट को लेकर चल रही अव्यवस्थाओं का फायदा अब साइबर ठगों ने उठाना शुरू कर दिया है. कोरोना काल में लोग कम ही घरों से बाहर निकल रहे हैं. ऐसे में वे अपने सभी काम ऑनलाइन कर रहे हैं. इसका फायदा साइबर ठग उठा रहे हैं. साइबर ठग अब आरटी-पीसीआर टेस्ट के नाम पर भी ठगी कर रहे हैं. इसने पुलिस की चिंता बढ़ा दी है. कोरोना आरटी-पीसीआर होम क्लेक्शन टेस्ट के नाम पर कैसे ही जा रही ठगी और कैसे आप इससे बच सकते हैं, इसी पर ईटीवी भारत की स्पेशल रिपोर्ट.

कोरोना की दूसरी लहर तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रही है. इससे पूरे देश में डर का माहौल हो गया है. वहीं कोरोना के आगे स्वास्थ्य व्यवस्थाए भी सरेंडर कर चुका है. हॉस्पिटल में बेड की बात तो छोड़ ही दीजिए, अस्पतालों में कोरोना टेस्ट के लिए भी लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है. लोगों को टेस्ट के लिए लंबी लाइनों में न लगना पड़े, इसके लिए सरकार ने कुछ पैथोलॉजी लैब को कोरोना टेस्ट के लिए होम क्लेक्शन की सुविधा भी दी है. इसे साइबर ठगों ने ऑनलाइन ठगी का साधन बना लिया.

दरअसल, पैथोलॉजी लैब ने अपने कुछ एजेंटों के नंबर सोशल मीडिया पर शेयर किए हैं, जिन्हें आप कॉल करके घर बुला सकते हैं. वो लोग आपका कोरोना टेस्ट के लिए सैंपल घर से ले जाएंगे. साइबर ठगों ने इन्हीं नंबरों को एडिट किया और सही नंबर की जगह अपना नंबर डाल दिया. इसी तरह से जब कोई व्यक्ति कोरोना सैंपल के लिए पैथोलॉजी लैब के एजेंट को कॉल करता है, तो वो साइबर ठग के पास चला जाता है. इसके बाद शुरू होता है उनका खेल.

75 हजार रुपए की ठगी

राजधानी देहरादून में कोरोना टेस्ट रिपोर्ट के नाम एक नया मामला भी सामने आया है. इसे सुनकर पुलिस की हैरान हो गई. दरअसल, अतुल शर्मा (बदला हुआ नाम) ने देहरादून स्थित साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई कि उसके मोबाइल पर एक लिंक आया था. जिस पर क्लिक करते ही उसके खाते से 75 हजार रुपए साफ हो गए.

अतुल ने पुलिस को बताया कि सरकारी हॉस्पिटलों में कोरोना टेस्ट के लिए लंबी लाइन लग रही है. इसीलिए उसने सोशल मीडिया पर शेयर किए गए होम सैंपल कलेक्शन के एजेंट को कोरोना टेस्ट के लिए कॉल किया. जिस व्यक्ति से बात उसकी बात हुई उसने अतुल के मोबाइल पर एक लिंक भेजा और कहा कि वो उस पर क्लिक करें. जिसके बाद अतुल ने लिंक खोल दिया. इसके बाद उसे ओटीपी का मैसेज आया. कोविड टेस्ट के रजिस्ट्रेशन की बात कहकर उसने अतुल से ओटीपी नंबर पूछा. अतुल ने उसे ओटीपी बता दिया. जिसके बाद उसके खाते से 75 हजार रुपए कट गए.

इसके अलावा कुछ मामले ऐसे भी सामने आए हैं, जहां पर फर्जी एजेंट एडवांस पेमेंट के नाम पर भी लोगों से ठगी कर रहे हैं. वहीं कुछ साइबर ठग लोगों को फर्जी रिपोर्ट भेज दे रहे हैं और उसके नाम पर लोगों से 1000 से 1200 रुपए ठग रहे हैं.

उत्तराखंड पुलिस हेल्पलाइन.

ऐसे तमाम बढ़ते मामलों को देखते हुए उत्तराखंड साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन ने किसी भी साइबर संबंधी शिकायत या सुझाव के लिए 0135-2655900 नंबर जारी किया है. जिस पर अपनी शिकायत या फिर सुझाव दे सकते हैं. इसके साथ ही ccps.deh@uttarakhandpolice.uk.gov.in पर ईमेल भी कर सकते हैं. यही नहीं फेसबुक के माध्यम से भी https://www.facebook.com/cyberthanauttarakhand/ संपर्क कर सकते हैं.