पुलिस उपाधीक्षक कोटद्वार अपने अथक प्रयासों से कर रहे हैं कोविड संक्रमितों की मदद

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पुलिस उपाधीक्षक कोटद्वार अपने अथक प्रयासों से कर रहे हैं कोविड संक्रमितों की मदद

कोटद्वार ।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी पी रेणुका देवी व अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार मनीषा जोशी के निर्देशन में उत्तराखंड पुलिस का मानवीय चेहरा नजर आ रहा है उत्तराखंड पुलिस कोविड संक्रमित लोगों ,प्रवासियों व घर में रह रहे बुजुर्गों की सहायता में लगी हुई है । पुलिस जरूरतमंदों की हर संभव मदद कर रही है ।कोरोना की दूसरी लहर जिस तरह फैल रही है, उससे हर कोई परेशान है। स्थिति ये है कि हर दिन मामले बढ़ रहे हैं और लोग शासन-प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं। ऐसे में पुलिस की जिम्मेदारी भी बढ़ गई है। पिछले साल जिस तरह कई समाजसेवी संगठन जरूरतमंदों की मदद को आगे आए थे, उससे पुलिस को भी काफी राहत मिली। लेकिन इस बार पुलिस को अपने खर्चे से ही जरूरतमंदों को दवाई, राशन इत्यादि पहुंचाना पड़ रहा है।इसके अलावा कोविड कर्फ्यू का पालन कराना भी पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी कुमारी पी रेणुका देवी व अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार मनीषा जोशी के निर्देश पर पुलिस उपाधीक्षक कोटद्वार अनिल कुमार जोशी भी लोगों की मदद करने से पीछे नहीं हट रहे हैं अनिल कुमार जोशी प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से लगातार कोविड मरीजो की मदद में लगे हुए हैं । मंगलवार को भी कोटद्वार थाने में तैनात एक उप निरीक्षक को हरिद्वार जिले में ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ी जिस पर पुलिस पुलिस उपाधीक्षक अनिल जोशी द्वारा रूड़की के ऑक्सीजन विक्रेता को फोन कर एक सिलेंडर देने की बात कही जिस पर उन्होंने उनको एक सिलेंडर दिया । जिसके बाद उपनिरीक्षक के परिजनों को ऑक्सीजन की पूर्ति हो सकी । यही नहीं उनके द्वारा इससे पूर्व भी श्रीनगर, कोटद्वार, हरिद्वार व देहरादून में कई लोगों की मदद की जा चुकी है । पुलिस उपाधीक्षक अनिल जोशी द्वारा देवी रोड स्थित कामाख्या अस्पताल व राजकीय बेस चिकित्सालय कोटद्वार में कई लोगों को बेड व आक्सीजन की सहायता करवाई गई है ।पुलिस क्षेत्राधिकारी अनिल कुमार जोशी ने बताया कि पुलिस की कोशिश है कि हर पीड़ित की मदद की जा सके। इसलिए जिस क्षेत्र से शिकायत आ रही है, वहां के संबंधित थानाध्यक्ष को पीड़ित की मदद करने को कहा जा रहा है।इस समय पौड़ी पुलिस इंसानियत के हर कदम पर हर किसी के साथ खड़ी है। चाहे वह अस्पतालों में आक्सीजन की मदद की बात हो या आम लोगों के खाने, पीने, दवाईयां, ऑक्सीजन समेत अन्य दूसरे काम हो। पुलिस बस एक काल पर लोगों की मदद कर रही है।