देहरादून, 26 मई। उत्तराखंड में कोरोना के बीच अब डेंगू ने भी दस्तक दे दी है। जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग चिंतित दिखाई दे रहा है। विभाग की ओर से डेंगू की रोकथाम को लेकर सरकारी और निजी अस्पतालों को दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। यहीं नहीं चिकित्सा अधिकारियों को भी जिलों में डेंगू डेडिकेटेड बेड की व्यवस्था रखने के निर्देश दिए गए हैं।
उत्तराखंड में हर साल डेंगू प्रदेशवासियों के लिए परेशानी बनता जा रहा है। डेंगू को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अब जरूरी दिशा निर्देश जारी किए हैं। इसके तहत जहां सरकारी और निजी अस्पतालों को सख्त निर्देश देते हुए डेंगू के मरीजों को प्राथमिकता के तौर पर भर्ती किए जाने और इसकी सूचना जिला चिकित्सा अधिकारी को दिए जाने के निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों को भी ऐसे हालातों से निपटने के लिए मैदानी जिलों में 100 डेंगू डेडिकेटेड बेड तो पहाड़ी जनपदों में 30 से 50 दिनों डेडिकेटेड बेड की व्यवस्था रखने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही ब्लड बैंक में भी प्लेट्स की उचित व्यवस्था किए जाने के भी आदेश हुए हैं। स्वास्थ्य सचिव पंकज पांडे की ओर से जारी किए गए आदेश में डेंगू के मरीजों को भी प्राथमिकता के तौर पर उपचार दिए जाने के लिए कहा गया है। कोरोना के मरीजों में डेंगू की पुष्टि होने पर उन्हें प्राथमिकता के तौर पर उपचार देने के लिए भी कहा गया है। इसके अलावा चिकित्सालय में अलग से मच्छरदानी युक्त बेड की व्यवस्था रखने और इसकी सूचना कोविड-19 कंट्रोल रूम को दिए जाने के लिए भी कहा गया है। पानी जमा ना हो इसके लिए जरूरी दिशा निर्देश भी दिए गए हैं। सभी जिलों को डेंगू जांच किट की व्यवस्था रखने और इसको क्रय करने के लिए जिला बजट में भी पर्याप्त प्रावधान करने के लिए कहा गया है। उधर डेंगू रोग से हुई मौत का 3 दिनों के भीतर डेंगू डेथ ऑडिट कमेटी द्वारा ऑडिट कर रिपोर्ट विभाग को भेजने के लिए भी निर्देशित किया गया है।