ऑक्सीजन सिलेंडर का रेगुलेटर ब्लैक करते दो गिरफ्तार

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ऑक्सीजन सिलेंडर का रेगुलेटर ब्लैक करते दो गिरफ्तार

हरिद्वार: 1300 रुपये का ऑक्सीजन सिलिंडर का रेगुलेटर छह हजार रुपये में बेचने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपी 15 से 20 रेगुलेटर बेच चुके थे। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपी सिक्योरिटी के नाम पर तीन हजार रुपये भी वसूलता था। इसके बाद सिक्योरिटी के रुपये भी वापस नहीं करता था।ज्वालपुर कोतवाली चंद्र चंद्राकर नैथानी ने बताया कि रेमडेसिविर, फेबीफ्लू समेत अन्य जीवन रक्षा दवाओं, ऑक्सीजन और उपकरणों की कालाबाजारी रोकने के लिए एसएसपी ने कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। जिइसके लिए ज्वालापुर कोतवाली पुलिस की एक टीम का गठन किया गया है।
सूचना मिली कि एक युवक ऑक्सीजन रेगुलेटर की कालाबाजारी कर रहा है। पुलिस टीम ने शाम को आरोपी एसले अरोड़ा निवासी विकास कॉलोनी ज्वालापुर और सन्नी सिंह निवासी गोल गुरुद्वारा ज्वालापुर को गिरफ्तार कर लिया। सन्नी सिंह पिछले कई वर्षों से ऑक्सीजन सिलिंडर की रिपेयरिंग करता है। ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र के रेलवे रोड पर आरोपी की वेल्डिंग की दुकान है।
दूसरे आरोपी एसले अरोड़ा के पिता का ट्रक यूनियन रोड पर नॉन वेज रेस्टोरेंट है। वह मदद के नाम पर धोखा कर रहा था। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने ऑक्सीजन के लिए मदद करने के नाम पर सोशल मीडिया ग्रुप में अपने नंबर डाले थे। पुलिस आरोपी को पकड़ने के लिए ग्राहक बनकर पहुंची थी। पुलिस ने पहले मोबाइल नंबर से संपर्क किया और बातचीत की।
आरोपी से रेट तोड़ने का प्रयास भी किया गया, लेकिन आरोपी छह हजार रुपये से कम में ऑक्सीजन रेगुलेटर देने के लिए तैयार नहीं हुआ। आरोपी ने दो अलग-अलग जगह पर पहले बुलाया था, लेकिन बाद में ज्वालापुर में आर्यनगर के पास सप्लाई देने के लिए बुलाया। मौके पर जब पुलिसकर्मी पहुंचे तो उनके होश उड़ गए।
ये सामान बरामद
11 रेगुलेटर, चार ऑक्सीजन रेगुलेटर, सात निर्माणाधीन रेगुलेटर, चार चाबियां ऑक्सीजन सिलिंडर में रेगुलेटर फिट करने के लिए, चार चाबियां ऑक्सीजन सिलिंडर की, दो फ्लो मीटर, आधे बने चार नोजल और चार बोल्ट, नौ नौजल पूरे बने हुए, दो मोबाइल, पांच ऑक्सीजन मास्क।
पुलिस को शुक्रवार को भी सूचना मिली थी कि सिंह वेल्डर रेगुलेटर बनाकर अधिक रुपये में बेच रहा है। उसे शनिवार को बुलाकर पूछताछ करने के बाद समझाया गया था, लेकिन वह नहीं माना। आरोपी ने लिखित में माफी भी मांगी थी।
-अभय प्रताप सिंह, सीओ सिटी, हरिद्वार