उत्तराखंड स्वास्थ्य व्यवस्थाएं वेंटिलेटर पर, इलाज करने वाला महकमा खुद मांगे इलाज :राजिया बेग,

0
229

 

उत्तराखंड स्वास्थ्य व्यवस्थाएं वेंटिलेटर पर, इलाज करने वाला महकमा खुद मांगे इलाज :राजिया बेग,आप उपाध्यक्ष

उत्तराखंड सरकार के नकारापन से धूल फांक रहे सैकड़ों वेंटिलेटर :राजिया बेग, प्रदेश उपाध्यक्ष, आप

कोरोना महामारी के बीच प्रदेश के अस्पतालों में बिना इस्तामेल होते, धूल फांकते वेंटिलेटरों को लेकर आम आदमी पार्टी की उपाध्यक्ष रजिया बेग ने तीरथ सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा ,जिस स्वास्थ्य महकमे को इस कोरो ना काल में समुचित इलाज की व्यवस्था करनी थी वही महकमा आज अपनी लापरवाही के चलते खुद बीमार हो चुका है और वेंटिलेटर पर चला गया है।

पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष रजिया बेग ने कहा कि प्रदेश के अस्पतालों में वेंटिलेटर होने के बावजूद उनका इस्तेमाल नहीं हो पाना राज्य सरकार की लापरवाही और नकारेपन को दर्शाता है।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में कोरोना महामारी के चलते हर दिन औसतन 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो रही है और अब तक
राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या पांच हजार के पार (5034) हो गई है। ये संख्या बताती है कि कोरोना महामारी ने प्रदेश को किस कदर झकझोर दिया है।

आप उपाध्यक्ष ने कहा कि मौत का ये आंकड़ा यह भी बताता है कि कोरोना महामारी से अपने लोगों का जीवन बचाने में सरकार कितनी नाकाम सिद्ध हो रही है।

उन्होंने कहा कि असल बात तो यह है कि उत्तराखंड सरकार कोरोना के खिलाफ गंभीर है ही नहीं। सरकार को लोगों की जान की कोई परवाह नहीं है। यदि सरकार की प्राथमिकता कोरोना से जनता को बचाना होता तो आज प्रदेश के अस्पतालों में सारी व्यवस्थाएं होती। पर्याप्त संख्या में बेड होते, ऑक्सीजन होती, आईसीयू होते, वेंटिलेटर होते।

हालात इस कदर खराब हैं कि वर्तमान में प्रदेश के अस्पतालों में लोगों का जीवन बचाने के लिए जो संसाधन हैं भी, उनका उपयोग तक करने में ये सरकार नकारा साबित हुई है।

राजिया बेग ने कहा कि आज प्रदेश में बड़ी संख्या में वेंटिलेटर बिना इस्तेमाल के बेकार पड़े हुए हैं। ऐसे वक्त में जब हर दिन वेंटिलेटर न मिलने से किसी न किसी मरीज की मौत हो रही है, तब 190 से ज्यादा वेंटिलेटर कहीं गोदामों में धूल फांक रहे हैं तो कहीं अस्पतालों में यूं ही पड़े हुए हैं क्योंकि उन्हें चलाने वालों की भर्ती ये सरकार नहीं कर पाई है।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में वेंटिलेटर्स की मौजूदा स्थिति को लेकर कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर जो आंकड़े सामने आए हैं, वे बहुत हैरान करने वाले हैं। ये आंकड़े बताते हैं कि कोरोना महामारी के इस दौर में जब लोग तिल-तिल कर मर रहे हैं तब उनकी जान बचाने वाले वेंटिलेटर बेकार पड़े हुए हैं। तकनीकी स्टाफ न होने के कारण कई अस्पतालों में बड़ी संख्या में वेंटिलेटरों को इंस्टॉल तक नहीं किया गया है।

आप उपाध्यक्ष ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कोरोना महामारी के इस खतरनाक दौर में जब लोगों के जीवन की रक्षा के लिए सरकार को 24 घंटे प्रतिबद्ध होना चाहिए, जब एक-एक संसाधन का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किए जाने की जरूरत है, तब जीवनरक्षक वेंटिलेटर मशीनें बेकार पड़ी हुई हैं।

आप उपाध्यक्ष ने कहा कि हरिद्वार जिले में 49 वेंटीलेटर बेड ऐसे हैं जो स्टॉफ न होने के चलते बेकार पड़े हुए हैं। जिले में कोरोना से हाहाकार मचा हुआ है, लोग वेंटिलेटर के लिए जूझ रहे हैं और इतनी बड़ी संख्या में वेटिलेटर धूल फांक रहे हैं।

अल्मोड़ा जिले में 45 से ज्यादा वेंटिलेटर डॉक्टरों और स्टाफ की कमी के चलते बेकार पड़े हैं। इसके कारण जिले के गंभीर मरीजों को हल्द्वानी रेफर करना पड़ा रहा है, जहां पहले से ही अस्पताल मरीजों से पटे हैं।

पौड़ी जिले में अलग-अलग अस्पतालों में 30 से ज्यादा वेंटिलेटर हैं जो बेकार पड़े हैं। अकेले श्रीनगर मेडिकल कालेज में 20 वेंटिलेटर्स रिजर्व पड़े हुए हैं। यहां स्टाफ की भारी कमी के कारण एक वार्ड में एक ही

पिथौरागढ़ जिले में 28 वेंटिलेटर डॉक्टरों और अन्य मेटिकल स्टॉफ का इंतजार कर रहे हैं। वेंटिलेटर होने के बावजूद उनका इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है जिसके चलते लोगों को रेफर किया जा रहा है।

ऊधमसिंहनगर जिले के खटीमा अस्पताल में एक साल पहले 12 वेंटीलेटर खरीदे गए थे जो आज तक बेकार पड़े हैं।

चंपावत जिले में पिछले साल 9 वेंटीलेटर खरीदे गए थे जो स्टाफ न होने के कारण आज तक शुरू नहीं हो पाए हैं।

उत्तरकाशी जिले में 7 वेंटीलेटर स्टाफ की कमी के चलते बेकार पड़े हैं।

टिहरी जिले में 5 वेंटीलेटर बेकार पड़े हुए हैं।

रुद्रप्रयाग जिले में 4 वेंटीलेटर हैं, जिनको चलाने के लिए पर्याप्त स्टॉफ नहीं है।

बागेश्वर जिले में 2 वेंटिलेटर खराब हैं, उन्हें ठीक करने की फुर्सत किसी को नहीं है।

राजिया बेग ने कहा कि ये आंकड़े बताते है कि कोरोना महामारी के खिलाफ तीरथ सरकार कितनी लापरवाह, संवेदनहीन और नकारा है।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार से मांग करती है कि बेकार पड़े वेंटिलेटरों को जल्द से जल्द इस्तेमाल में लाया जाए, इसके लिए सरकार बिना एक दिन भी गंवाए एक्सपर्ट स्टॉफ की भर्ती करे।
राजिया बेग ने कहा कि प्रदेशवासियों के जीवन से बढ़ कर कुछ भी नहीं है, लिहाजा तीरथ सरकार इन जीवनरक्षख वेंटिलेटर्स को जल्द से जल्द उपयोग में लाने लायक बनाए। उन्होंने कहा कि जिस तरह प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए अस्पतालों में बेड, आईसीयू, वेटिलेटर्स की संख्या बढाए जाने की जरूरत है और इसके लिए सरकार को युद्ध स्तर पर जुटना चाहिए।