भाजपा ने मनाया काला दिवस,मीसा बन्दियो का किया सम्मान
देहरादून 25 जून।, 45 साल पहले देश में थोपी गए आपातकाल को लोकतंत्र पर काला धब्बा बताते हुए भाजपा ने आज काला दिवस मनाया और मीसा के बन्दियो को सम्मानित किया।
आज प्रदेश कार्यालय में वर्चुअल कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमे कार्यक्रम की अध्यक्षता मदन कौशिक प्रदेश अध्यक्ष भाजपा, मुख्य वक्ता अजय भट्ट सांसद नैनीताल, और कार्यक्रम संयोजक-डॉ देवेन्द्र भसीन प्रदेश उपाध्यक्ष- भाजपा उत्तराखण्ड ने की। कार्यक्रम में पूरे प्रदेश से भजपा के कार्यकर्ता वर्चुअल रूप से जुड़े। कार्यक्रम में 21 साल की उम्र में आपातकाल में जेल गए हयात सिंह मेहरा को सम्मनित किया गया
प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा 1975 के बाद कांग्रेस ने कभी भी पश्चाताप नही किया। उन्होंने कहा कि कई बार ऐसा होता है कि पुरानी पीढ़ी गलती करती है तो उसकी आने वाली नई पीढ़ी माफी मांगती है कि हमारे पूर्वजो से गलती हो गयी थी, लेकिन कांग्रेस की इस पीढ़ी की जिद के चलते यह संभव नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कांग्रेस में लोकतंत्र की हत्या करने की होड़ रही है । कभी संसद में बिल की प्रति फाड़ी जाती है तो कभी कांग्रेस सेना से सबूत मांगती है। उन्होंने कहा अगर कांग्रेस लोकतंत्र में जनता का साथ नही देगी तो बहुत जल्द हमारा देश कांग्रेस मुक्त हो जाएगा
श्री कौशिक ने कहा कि आज कोई राजनेता के खिलाफ एफआईआर होती है तो देश में उसकी चर्चा होती है। लेकिन आपातकाल में जो लोग जेल में गए थे, उनको जेल जाते समय ये भी पता नहीं था कि वो वापस घर आएंगे भी या नहीं आएंगे। उन्होंने कहा जब-जब देश संकट में आया तब चाहे हम जनसंघ हों या भाजपा हमेशा हम देश के साथ खड़े रहें। लेकिन आज जब देश संकट में आया तब कांग्रेस ने सिर्फ देश को बदनाम करने का काम किया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता अजय भट्ट ने कहा की आज हम एक ऐसे विषय पर बात कर रहे जो देश पर काला धब्बा है। उन्होंने कहा कि भारत के लोकतंत्र में सबको जीने का हक है और सबके मौलिक अधिकार है। विश्व मे सबसे मजबूत लोकतंत्र हमारा है। अगर, मौलिक अधिकारों का हनन होता है तो भी हम न्यायालय जा सकते है, लेकिन 25 जून 1975 को देश पर एक धब्बा लगा दिया गया। दुर्भाग्य है कांग्रेस ने कभी भी इसकी भत्सर्ना नही की। जब किसी अखबार को कोई खबर छापनी होती थी तो खबर छापने की अनुमति लेनी होती थी।उन्होंने बताया उस समय पुलिस महानिरीक्षक प्रधान संपादक की भूमिका में आ गए थे और उस समय दो प्रकार के समाचार पत्र हुआ करते थे। एक मित्र समाचार पत्र और दूसरा शत्रु समाचार पत्र होता था। मित्र समाचार पत्र को विज्ञापन मिलते थे और शत्रु पत्र की मान्यता ही खत्म कर दी गयी थी।
प्रदेश महामंत्री भाजपा कुलदीप कुमार ने कहा 25 जून 1975 कला दिवस एक ऐसा दिन जिसे कोई भी भारतीय नही भूल सकता। इन्दिरा ग़ांधी ने सिर्फ अपने सत्ता के सुख को बनाये रखने के लिए लोकतंत्र की हत्या कर दी और देश के अंदर आपातकाल लगा दिया। देश की जनता को ढूंढ ढूंढ कर जेल में डाल दिया गया 3 लाख लोगो को जेल में डाला गया।
श्री कुलदीप ने कहा नई पीढ़ी के लोग तो आपातकाल की विभीषिका को तक नहीं जानते मगर पुरानी पीढ़ी के लोगों को आज भी देश के लोकतांत्रिक इतिहास का वह सबसे काला दिन अच्छी तरह याद है। आपातकाल का यह दौर 21 महीने तक चला था और उस समय हुई कई घटनाओं ने आपातकाल की पटकथा लिखी थी।
कार्यक्रम संयोजक डॉ देवेंद्र भसीन ने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी 25 जून 1975 को रात बारह बजे से देश में आपातकाल लाद दिया था। आपातकाल के दौरान नागरिकों के सभी मूल अधिकार खत्म कर दिए गए थे और विरोध करने वाले सभी राजनेताओं को जेल में डाल दिया गया था। उन्होंने कहा यह दिन इतिहास के पन्नों में यह काले दिन के तौर पर दर्ज हुआ। कार्यक्रम पूरे प्रदेश के सभी जिलाकेन्द्रों पर का आयोजित किया गया।