हरियाणा, गुजरात और राजस्थान में सामने आए डेल्टा प्लस वेरियंट के मामले
महामारी की दूसरी लहर में गिरावट के बीच अब देश में कोरोनावायरस के डेल्टा प्लस वेरिएंट (Delta Plus Covid variant) के मामले भी धीरे-धीरे बढ़ते जा रहे हैं. कोरोना (Coronavirus) का ये नया रूप देश के कई राज्यों में पहुंच चुका है, जिसने सरकार की चिंताएं और भी बढ़ा दी हैं. इस हफ्ते के अंत में हरियाणा, गुजरात और पंजाब से डेल्टा प्लस वेरिएंट के कम से कम 4 नए मामले सामने आए हैं. ऐसे में सभी लोगों को जल्द से जल्द टीकाकरण की सलाह दी गई है, साथ ही मास्क लगाने और फिजिकल डिस्टेंस का पालन करने को भी कहा गया है.
इसी के साथ, ऐसे इलाकों को जहां कोरोना के नए स्ट्रेन के मामले सामने आ रहे हैं, उन्हें कंटेनमेंट जोन (Containment zones) घोषित करने और नए सिरे से उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं. हरियाणा (Haryana) के फरीदाबाद में, जहां 25 साल के एक व्यक्ति में डेल्टा प्लस वेरिएंट की पुष्टि हुई है, अधिकारियों ने ESI अस्पताल के आसपास के पूरे इलाके में स्क्रीनिंग और टेस्टिंग के आदेश दे दिए हैं. इसी के साथ उन्होंने संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए एक कंटेनमेंट जोन और संक्रमित व्यक्ति के पड़ोस में एक माइक्रो कंटेनमेंट जोन भी बना दिया.
वहीं, हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज (Anil Vij) ने शनिवार को कहा कि राज्य सरकार स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. विज ने कहा कि अधिकारियों से बड़े पैमाने पर कंटेनमेंट जोन बनाने और टेस्टिंग को बढ़ाने के भी निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि हमने आदेश दिया है कि संक्रमित मिले व्यक्ति के संपर्क में आए हर एक व्यक्ति का टेस्ट किया जाए. केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों से कहा है कि जीनोम सीक्वेंसिंग के जरिए पहचाने गए जिलों और समूहों में संक्रमण को तुरंत फैलने से रोकने के लिए बड़े स्तर पर उपाय किए जाएं. भीड़ को रोकें और जल्द कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग के साथ-साथ वैक्सीनेशन कवरेज को प्राथमिकता दी जाए.
राजस्थान के बीकानेर में भी डेल्टा प्लस वेरियंट का मामला
राजस्थान के बीकानेर (Rajasthan, Bikaner) में, जहां एक महिला डेल्टा प्लस वेरिएंट से संक्रमित पाई गई, इसे लेकर स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि शहर में बड़े पैमाने पर कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग शुरू कर दी गई है, साथ ही संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए माइक्रो कंटेनमेंट जोन भी बनाए गए हैं. वहीं, गुजरात के सूरत में अधिकारियों ने बताया कि 1 अप्रैल को किए जाने वाले कोरोना टेस्ट में एक व्यक्ति में डेल्टा प्लस वेरियंट की पुष्टि हुई थी. हालांकि ये मरीज होम आइसोलेशन में रहकर ही ठीक हो गया था.
चंडीगढ़ में मिला डेल्टा प्लस वेरिएंट का पहला मामला
वहीं, 15 जून को लुधियाना (Ludhiana) के 62 साल के एक व्यक्ति में डेल्टा प्लस वेरियंट का एक अन्य मामला सामने आया था. इसे लेकर डिप्टी कमिश्नर वीके शर्मा ने कहा कि अब उस व्यक्ति की हालत स्थिर है और उसके संपर्क में आए सभी 198 लोगों की कोरोना रिपोर्ट भी नेगेटिव आई है. वही, चंडीगढ़ (Chandigarh) में शनिवार को कोरोनावायरस के नए रूप डेल्टा प्लस वैरियंट का पहला मामला सामने आया है. जीनोम सीक्वेंस के लिए कुल 50 सैंपल्स ‘नेशनल सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल’ (NCDC) की लैब में भेजे गए थे. प्राप्त नतीजों में, एक सैंपल में अल्फा वेरियंट (B.1.1.1.7), 33 में डेल्टा वेरियंट (B.1.617.2) और एक सैंपल में डेल्टा प्लस वेरियंट (एवाई.1) का मामला मिला है.
कोरोना का अब तक का सबसे खतरनाक रूप है डेल्टा प्लस
देश के 11 राज्यों- मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, गुजरात, केरल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, ओडिशा, राजस्थान, कर्नाटक, हरियाणा और जम्मू में डेल्टा प्लस संस्करण के 50 से ज्यादा मामले सामने आए हैं. इन मामलों के सामने आने से हड़कंप मच गया है, क्योंकि कोरोनावायरस का ये वेरिएंट बहुत ही खतरनाक बताया जा है. ये भी कहा जा रहा है कि इस वेरियंट पर कोरोना की वैक्सीन भी कम असरदार है और यही वेरियंट देश में कोरोना की तीसरी लहर का कारण बन सकता है.
जानकारों का कहना है कि डेल्टा प्लस वेरिएंट, अल्फा वेरिएंट की तुलना में 35 से 60 फीसदी ज्यादा संक्रामक है. इससे पहले, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख ने शुक्रवार को कहा था कि कोरोनावायरस का भारत में पहली बार पाया गया ‘डेल्टा’ वेरियंट अब तक का सबसे संक्रामक प्रकार है. इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि अब ये वेरियंट कम से कम 85 देशों में फैल रहा है. वहीं, डेल्टा प्लस और भी ज्यादा खतरनाक है.