अवैध धर्मांतरण में अब तक सामने आए 50 मामले, 78 गिरफ्तार
लखनऊ. यूपी में विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तन प्रतिषेध अध्यादेश- 2020 लागू होने के बाद से गैरकानूनी, जबरन, धोखाधड़ी से धर्म परिवर्तन ( Illegal Religious Conversion) कराने के मामलों में मुकदमा दर्ज कराने में तेजी आई है. अध्यादेश लागू होने के बाद से अबतक अवैध धर्म परिवर्तन के 50 मामले यूपी में दर्ज हो चुके हैं. इस हिसाब से यूपी में हर महीने सात मामले अवैध धर्म परिवर्तन दर्ज होते हैं. यहां ध्यान देने वाली बात है कि गैरकानूनी धर्म परिवर्तन अध्यादेश लागू होने के बाद यूपी में ऐसे मुकदमे दर्ज कराने वालों की संख्या बढ़ रही है. यूं कहें कि अध्यादेश के बाद मुकदमा दर्ज कराने वाले आगे आ रहे हैं.
यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि27 नवंबर 2020 को लागू हुआ था. अध्यादेश लागू होने के बाद अब तक 50 मुकदमे दर्ज हुए हैं. इनमें से 22 मामलों में पुलिस चार्जशीट भी लगा चुकी है. वहीं 25 मामलों में विवेचना चल रही है, सिर्फ तीन मामलों में पुलिस ने फाइनल रिपोर्ट लगाई है. सबसे ज्यादा 12 मामले मेरठ जोन में दर्ज हुए हैं. बरेली जोन में 10, गोरखपुर जोन में 7, नोएडा कमिश्नरेट में 5,लखनऊ कमिश्नरेट और वाराणसी जोन में चार-चार, आगरा जोन में 3, प्रयागराज जोन में 2 ,कानपुर कमिश्नरेट और लखनऊ जोन में एक-एक मामले दर्ज हुए हैं.
कानपुर जोन और वाराणसी कमिश्नरेट में इस अध्यादेश का एक भी मामला दर्ज नहीं हुआ है. इन 50 मुकदमो में 130 आरोपियों को नामजद किया गया लेकिन विवेचना के दौरान 16 आरोपियों की नामजदगी गलत पाए जाने पर उनके नाम मुकदमे से निकाल दिए गए. पुलिस ने अब तक 78 आरोपियों की गिरफ्तारी की है जबकि पांच ने कोर्ट में सरेंडर किया है.
संपत्ति कुर्क करने की तैयारी
बता दें कि अवैध धर्मांतरण मामले में गिरफ्तार उमर गौतम (Umar Gautam) और जहांगीर से पूछताछ जारी है. वहीं धर्मांतरण को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार सख्त दिख रही है. सीएम योगी के निर्देश पर ऐसे लोगों की संपत्ति कुर्क करने की तैयारी है जो जबरन अवैध तरीके से धर्मांतरण कराने के कार्य में सहयोगी थे. सरकार उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई करने की तैयारी में है.