परदेस से लौटे पहाड़ी युवक ने ऐसे आबाद किए बंजर खेत,
उत्तरकाशी । उत्तरकाशी जिले के एक युवक ने परदेस से गांव लौटकर मिसाल कायम की है। हालांकि ऐसे कई युवक कोरोना काल में परदेस से गांव लौटे और खुद का रोजगार शुरू कर दूसरों के लिए मिसाल कायम की। इन्हीं में से एक है उतरकाशी जिले का ये युवक।
रिवर्स पलायन कर गांव को गुलजार करने वाला ये युवक उत्तरकाशी जिले के नौगांव के कंडारी गांव का रहने वाला है। पिछले साल लॉकडाउन से जब विदेश में सुधीर गौड़ बेरोजगार हुए तो गांव लौट आए। यहां उन्होंने बंजर खेतों को आबाद करना शुरू किया। नतीजा ये रहा कि सुधीर गौड़ की कड़ी मेहनत रंग लाई और टमाटर, बींस, शिमला मिर्च, खीरा का अच्छा उत्पादन हुआ। इसके साथ ही उन्होंने सेब का बागीचा भी लगाया।
गत वर्ष 2020 में कोरोना संक्रमण फैलने से मलेशिया के एक होटल में काम करने वाले कंडारी गांव के सुधीर गौड़ की नौकरी चली गई। 27 मार्च 2020 को सुधीर गांव पहुंचा। उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से 130 किलोमीटर दूर नौगांव ब्लाक का कंडारी गांव सड़क से जुड़ा हुआ है। क्वारंटाइन रहने के बाद 33 वर्षीय सुधीर ने गांव में 12 नाली की बंजर भूमि से झाड़ियां काटी और भूमि को आबाद किया। सुधीर ने बताया कि उसके परिवार के 10 सदस्यों ने भी उसके साथ खेती की उपजाऊ बनाने के लिए मदद की।
सुधीर ने अपने खेतों में नकदी फसल का उत्पादन शुरू किया। शिमला मिर्च, छप्पन कद्दू, बंद गोभी, मक्की, टमाटर, बैंगन, खीरा आदि का उत्पादन शुरू। जिससे अच्छी आय हुई। इस बार भी सुधीर को नगदी फसलों से अच्छी आय की उम्मीद है। इसके साथ ही उन्होंने 100 पेड़ का सेब का बागीचा भी लगाया, जिसमें अच्छी किस्म की सेब की प्रजाति के लिए उन्होंने हिमाचल से पौध मंगवाई है।