नीति आयोग की इंडिया इंडेक्स में उत्तराखंड को मिला चौथा स्थान
देहरादून: केंद्र सरकार के थिंक टैंक ‘नीति आयोग’ (NITI Aayog) ने एसडीजी इंडिया इंडेक्स 2020-2021 (SDG India Index) की रैंकिंग को जारी कर दिया है. एसडीजी इंडिया इंडेक्स 2020-21 में 100 में से 80 अंक हासिल कर केरल पहले स्थान पर हैं. वहीं, 74 अंकों के साथ हिमाचल प्रदेश दूसरे 71 अंक हासिल कर गोवा तीसरे और उत्तराखंड राज्य 70 अंक हासिल कर चौथे स्थान पर हैं. इसके अलावा पांचवां स्थान 69 अंक हासिल करने वाले तमिलनाडु राज्य को मिला है.
एसडीजी (सब्सटेंशियल डेवलपमेंट गोल) इंडिया इंडेक्स देश और राज्य की प्रगति को मापने के लिए है. यह इंडेक्स भारत में संयुक्त राष्ट्र के सहयोग से विकसित किया गया है. इसका मुख्य उद्देश्य देश और देश के राज्य और संघ राज्य क्षेत्रों की सामाजिक आर्थिक और पर्यावरणीय स्थिति पर समग्र दृष्टिकोण प्रदान करना है. जहां एसडीजी इंडिया इंडेक्स के पहले संस्करण यानी 2018-19 में 13 गोल्स, 39 टारगेट्स और 62 इंडिकेटर को शामिल किया गया था. दूसरे संस्करण यानी 2019-20 में 17 गोल्स 54 टारगेट और 100 इंडिकेटर शामिल थे. वहीं, इस बार तीसरे संस्करण यानी 2020-21 में 17 गोल्स, 70 टारगेट और 115 इंडिकेटर को शामिल किया गया था.
एसडीजी इंडिया इंडेक्स 2020-21
स्थान | राज्य | अंक |
पहला | केरल | 80 |
दूसरा | हिमाचल प्रदेश | 74 |
तीसरा | गोवा | 71 |
चौथा | उत्तराखंड | 70 |
पांचवां | तमिलनाडु | 69 |
बता दें, एसडीजी इंडिया इंडेक्स के तहत कुल 100 अंकों में से 65-99 अंक हासिल करने वाले राज्यों का नाम फ्रंट रनर में शामिल है, जिसमें इस बार शिक्षा की गुणवत्ता के मामले में देश के पांच राज्यों के नाम शामिल हैं. इसमें केरल, हिमाचल प्रदेश, गोवा, उत्तराखंड और तमिलनाडु शामिल हैं.
इसके अलावा फ्रंट रनर की सूची में 2 केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ (79) और दिल्ली (75 अंक) का नाम भी शामिल है. इस सूचकांक में 9 राज्य और दो केंद्र शासित प्रदेश ऐसे भी हैं, जिन्हें शिक्षा की गुणवत्ता के मामले में 50 से भी कम अंक हासिल हुए हैं. इसमें बिहार शिक्षा की गुणवत्ता के मामले में एसडीजी इंडेक्स में महज 29 अंक हासिल कर पाया है. इसके अलावा केंद्र शासित राज्यों में जम्मू कश्मीर (49 अंक ) और लद्दाख (49 अंकों) के साथ सबसे निचले पायदान पर हैं.