रांची रेलवे स्टेशन पर महिला तस्करी गिरोह का हुआ भंडाफोड़
झारखंड (Jharkhand) में लगातार मानव तस्करी का मामला (Human Trafficking Case) सामने आ रहा है. गुरुवार को रांची हवाई अड्डे (Ranchi Airport) पर बाल तस्करी गिरोह का खुलासा होने के बाद अब शुक्रवार को रांची रेलवे स्टेशन (Ranchi Railway Station) से आरपीएफ (RPF) की नन्हे फरिश्ते और मेरी सहेली की टीम ने 8 लड़कियों को तस्करों के चंगुल से बचाया. एक व्यक्ति और संदिग्ध महिला के साथ यह लड़कियां दिल्ली जा रही थीं.
पूछताछ के दौरान पता चला कि एक व्यक्ति और एक महिला दोनों इन लड़कियों के लिए अनजान थे. बता दें कि झारखंड से मानव तस्करी का नाता पुराना है. यहां की आदिवासी लड़कियों को बहला-फुसलाकर दिल्ली के अलावा विभिन्न शहरों में काम दिलाने के नाम पर ठगा जाता है. ये लड़कियां राज्य से बाहर निकले के बाद कहीं गुम हो जाती हैं. सूबे में लगातार ऐसे मामले सामने आते हैं.
लॉकडाउन और कोरोना काल के दौरान भी कई मामले सामने आए हैं. इस कड़ी में एक फिर रांची रेलवे स्टेशन में दो संदिग्ध व्यक्तियों के साथ 8 लड़कियों को मेरी सहेली और नन्हे फरिश्ते की टीम ने रोका और पूछताछ की. इनके द्वारा संयुक्त रूप से रांची रेल मंडल के विभिन्न स्टेशनों पर जांच अभियान चलाया जा रहा है. चेकिंग के दौरान स्टेशन के मुख्य द्वार के पास एक व्यक्ति के साथ तीन नाबालिग लड़कियों को संदिग्ध अवस्था में पाया गया. शक के आधार पर जब उनसे पूछताछ की गई तब बच्चियों ने बताया कि वह इस व्यक्ति को सही तरीके से नहीं जानती हैं. वह उन्हें काम दिलाने के नाम पर दिल्ली ले जा रहे थे. तीनों नाबालिग लड़कियां सिमडेगा जिले की रहने वाली हैं.
छत्तीसगढ़ की रहने वाली थीं पांच लड़िकयां
दूसरी ओर रांची रेलवे स्टेशन पर ही जांच के दौरान एक अन्य महिला के साथ पांच लड़कियां स्टेशन पर बैठी थीं. उनसे भी जब पूछताछ की गयी तो पता चला कि पांच और लड़की छत्तीसगढ़ के जसपुर की रहने वाली हैं और उन्हें भी काम दिलाने के नाम पर दिल्ली ले जाया जा रहा था. संबंधित थानों को दी गई सूचनादोनों मामले को लेकर गुमला और सिमडेगा थाना को सूचना दी गई. इन लड़कियों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर उन्हें रेलवे चाइल्ड लाइन रांची को सौंप दिया गया, जिनके साथ यह लड़कियां दिल्ली जा रही थी उन्हें फिलहाल पूछताछ के लिए रेल पुलिस कस्टडी में रखी है.