हरिद्वार। गिरफ्तार किए गए स्वामी आनंद गिरि श्रीमहंत नरेन्द्र गिरि के शिष्य रहे हैं। वे आस्ट्रेलिया में यौन शोषण मामले में हुई गिरफ्तारी और उसके बाद अपने गुरु श्रीमहंत नरेन्द्र गिरि से हरिद्वार कुंभ के बाद बाघम्बरी गद्दी की संपत्ति को लेकर हुए विवाद के बाद चर्चा में आए थे। मामले में आनंद गिरि ने श्रीमहंत नरेन्द्र गिरि पर कई अनर्गल आरोप लगाए थे। यहां तक कि उन्होंने कहा था कि बाघम्बरी गद्दी से जुड़ी संपत्तियों को बेचने का विरोध करने पर उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया गया।
आनंद गिरि ने आरोप लगाया कि आस्ट्रेलिया में साजिश के तहत उनके खिलाफ हुई कार्रवाई के दौरान उन्हें बचाने के नाम पर देश-दुनिया से बड़ी रकम एकत्र की गई, लेकिन उसका इस्तेमाल करने के बजाय उसे हजम कर लिया गया था। आनंद गिरि के इस तरह के बयानों के कारण श्रीमहंत नरेन्द्र गिरि ने उन्हें अपने शिष्य पद से हटाते हुए बाघम्बरी गद्दी से बाहर कर दिया था। साथ ही उनके पत्र पर निरंजनी अखाड़े ने भी आनंद गिरि को अखाड़े से बाहर का रास्ता दिखा दिया था।कार्रवाई के बाद आनंद गिरि ने श्रीमहंत नरेन्द्र गिरि से लखनऊ स्थित उनके एक शिष्य के घर माफी मांगी थी। इसके बाद श्रीमहंत नरेन्द्र गिरि ने उन्हें अपना शिष्य तो स्वीकार लिया था, लेकिन बाघम्बरी गद्दी और निरंजनी अखाड़े में उनके प्रवेश की राह नहीं खोली थी।