त्याग ही मानव को महान बनाता है’ःमहेंद्र जैन

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देहरादून। पर्युषण पर्व के अष्टम दिन आज सभी जिनालयों में त्याग धर्म की आराधना की गई प्रातः काल सभी जिन मंदिरों में श्रीजी का अभिषेक शांति धारा एवं नित्य नियम पूजन किया गया, श्री आदिनाथ दिगंबर जैन पंचायती मंदिर जी माजरा में किए जा रहे दस धर्म विधान की पूजा में उत्तम त्याग धर्म की विशेष पूजा की गई विधान आचार्य पंडित महेंद्र जैन ने अपने उद्बोधन में त्याग धर्म का महत्व बहुत ही सारगर्भित शब्दों में समझाया उन्होंने बताया कि सामान्य तया दान करने को ही त्याग कहा जाता या समझा जाता है लेकिन त्याग और दान में बहुत अंतर है दान दिया जाता है किसी उद्देश्य के लिए परोपकार के लिए, जबकि त्याग किया जाता है संयम के लिए। दान करने से पुण्य बंध होता है,त्याग करना धर्म है।मनुष्य का धन का लोभ नहीं छूटता वह एक लाख दान में देता है और दो लाख कमाने को आतुर रहता है। लेकिन त्यागी व्यक्ति जो त्याग देता है फिर उसके चक्कर में नहीं रहता । त्याग होता है कषायों का, राग द्वेष का, मोह का, अहंकार का। त्याग करने से आत्मा को बल मिलता है मोक्ष मार्ग में वृद्धि होती है। संध्याकालीन कार्यक्रम की श्रंखला में श्री जी की भव्य संगीत मय आरती संगीतकार अमित और दीपू के भजनों के साथ की गई । सभी श्रद्धालु आरती के साथ नीरज करते हुए प्रभु की भक्ति कर रहे थे। इसके पश्चात जैन मिलन माजरा शाखा द्वारा धार्मिक प्रश्न मंच, धार्मिक तंबोला एवम बच्चो द्वारा बहुत सुंदर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया, मिलन के अध्यक्ष डॉक्टर संजय जैन, मंत्री प्रदीप जैन एवं कोषाध्यक्ष प्रदीप जैन चमन विहार संजीव जैन एसबीआई अजय जैन ओबीसी सुनील जैन अमित जैन संजय जैन मुकेश जैन सहित मिलन के सभी वीर वीरांगना उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में मीता जैन अंजलि जैन मधु जैन सारिका जैन कौशल जैन रेखा जैन निर्मल जैन रेखा जैन सुधा जैन रीना जैन विधान के संयोजक आदिश जैन राहुल जैन एवं मंदिर समिति के अध्यक्ष दिनेश जैन मंत्री प्रवीण जैन सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित थे ।कार्यक्रम की प्रस्तुति में सभी प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया कार्यक्रम के अंत में मंदिर समिति के मंत्री प्रवीण जैन ने जैन मिलन माजरा को बहुत भव्य और रोचक कार्यक्रम आयोजित करने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया स