डेनिस और नदियों को चीरने के बाद उपदेश दे रही कांग्रेस : चौहान
देहरादून 8 अक्टूबर, भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि किसान आंदोलन के बहाने अस्तित्व से जूझ रही कांग्रेस दृष्टिदोष और असमंजस के संकट से जूझ रही है। उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस प्रवचन तो कर रही है,लेकिन पूर्ववर्ती सरकार में शराब की डेनिस मार्का और नदियों का सीना चीरने का तग्मा किस पर लगा था इसका भी अवलोकन करने की जरुरत है। हालात यहाँ तक रहे की गंगा को नाला घोषित करने का पाप अब स्वीकार कर लिया,लेकिन शराब और खनन पर भी प्रायाश्चित करते तो बेहतर था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की यात्रा को लेकर सवाल उठाने का कोई ओचित्य नहीं है,क्योंकि केंद्र सरकार ने उत्तराखंड को आगे बढ़ाने और राज्य की विकास यात्रा को गति देने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। ऑल वेदर रोड,ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना इसके उदाहरण हैं। आपदा के बाद खुद प्रधानमंत्री जी केदार नाथ को सवारने की दिशा में जुटे हुए हैं। इसके अलावा कई मह्त्वपूर्ण शैक्षिक् संस्थान और स्वास्थ्य के क्षेत्र में राज्य को कई सौगाते मिली है।
श्री चौहान ने कहा कि ऋषिकेश से जीवनदायिनी आक्सीजन प्लांट पूरे देश में समर्पित करने का अवसर गौरवशाली क्षण है। उन्होंने कहा कि उतराखंड के लिए पीएम शुरू से ही संवेदनशील रहे हैं और उनका यहां से आध्यात्मिक लगाव भी रहा है। किसी भी मांग को उन्होंने नहीं ठुकराया। उन्होंने कहा कि यह भाजपा में ही संभव है कि आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में आम जनमानस एवं हर वर्ग से जुड़ी जनकल्याणकारी योजनाएं प्रदेश में चल रही हैं एवं सभी शीर्ष नेता जनता व अपने कार्यकर्ताओ और विधायकों को आसानी से उपलब्ध होता है,जबकि कांग्रेस एक पारिवारिक पार्टी है और वहां पर नेतृत्व से मिलना आसान नहीं होता और चहेतो को ही नेतृत्व से मिलना हो पाता है। कांग्रेस के लिए यह प्रेरणा का विषय है कि भाजपा में नेतृत्व से मिलना कितना सुलभ है। क्योंकि भाजपा में ही लोकतंत्र है और आज इसी कारण दूसरे दलों से लोग भाजपा में आ रहे हैं। जबकि कांग्रेस अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रही है। उन्होंने कहा कि किसानों को भ्रम में डालकर कांग्रेस के मंसूबे पूरे नहीं होने वाले हैं। पूर्ववर्ती सरकार से तुलना की जाए तो आज पारदर्शिता, सुशासन,अनुशासन है तो पूर्व में घपले,घोटाले और अराजकता के सिवाय कुछ नहीं था और इसी कारण जनता ने कांग्रेस को नकार दिया।