जैविक खेती की स्वरोजगार में आपार संभावनायें – गोपाल उप्रेती
स्वर्गीय जयदत्त वैला स्नातकोत्तर महाविद्यालय रानीखेत में हिमालयन रिसोर्स एण्ड डेवपलमेंट सोसाइटी के तत्वाधान “जैविक तथा व्यसायिक कृषि से कैसे युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ा जाए” विषय पर आयोजित संगष्ठी का शुभारंभ विधायक करन माहरा ने किया।उन्होंने पलायन व रोजगार सृजन के लिये स्वरोजगार के लिये वृहत्त नीति बनाने पर जोर दिया है।मुख्य वक्ता गिनीज बुक आफ वर्ड रिकार्ड से सम्मानित गोपालदत्त उप्रेती ने कहा स्वरोजगार के क्षेत्र में जैविक खेती व बागवानी की अपार संभावनायें यदि दृढ़ संकल्प हो तो जैविक खेती को व्यापक रूप दिया जा सकता है।इसको बढ़ावा देने के लिये न्याय पंचायत स्तर के कृषकों व स्वंय सहायता समूहों को प्रशिक्षित किये जाने की आवश्यकता हैउन्होने कहा जैविक उत्पादन की बाजार में बड़ी मांग है इसके लिये युवाओं को आगे आना होगा।तथा अपने जैविक खेती के अनुभव को साझा किया साथ ही क्षेत्र के प्रगतिशील किसानों को सम्मानित भी किया । कार्यक्रम का आयोजन हिमालयन रिसोर्स एंड डेवलपमेंट सोसाइटी के द्वारा किया गया।यहां छावनी परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष मोहन नेगी,राजेंद्र जसवाल, दर्शन बिष्ट ,विमल सती सहित व्यापारियों, कृषकों ने बिजनेस कॉनक्लेव में भाग लिया।