पितृ विषर्जन पर पितरों की आत्मा शान्ति के लिए कि प्रार्थना।

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पितृ विषर्जन पर पितरों की आत्मा शान्ति के लिए कि प्रार्थना।

वृक्ष मित्र अभियान के तहत कोरोना, आपदा तथा अपने पितरों के आत्मा शान्ति के लिए दीप प्रज्वलित करके मजगांव में सर्व पितृ अमावस्य पर प्रार्थना सभा की गई कार्यक्रम वृक्षमित्र डॉ त्रिलोक चंद्र सोनी द्वारा किया गया जिसमें पितरों व कोरोना में मरे लोगो के आत्मा शांति के लिए दीप प्रज्वलित कर प्रार्थना की गई। डॉ सोनी द्वारा हर पितृ विषर्जन पर पितरों के आत्मा शान्ति के लिए दीप जलाकर का कार्यक्रम किया जाता हैं।
पर्यावर्णविद् वृक्षमित्र डॉ त्रिलोक चंद्र सोनी ने कहा पितृ पक्ष के आखरी दिन को पितृ विसर्जन अमावस्या कहा जाता है जिसे सर्व पितृ अमावस्या या पितृ विसर्जन अमावस्या के नाम से भी जानते हैं। इस दिन उन लोगों का श्राद्ध किया जाता है, जिनके परिजनों को पितरों की देहांत तिथि ज्ञात नहीं होती है या भूल चुके हो। इस दिन अपने पितरों को भोजन अर्पित किया जाता है मान्यता है कि श्राद्ध कर्म करने से पितर प्रसन्न होते हैं और उनका आशीर्वाद मिलता है इसलिए श्राद्ध किया जाता हैं हमने सभी के पितरों व कोरोना में मृत्यु लोगों को श्रद्धांजलि दी है ताकि उनकी आत्मा को शांति के लिए जीप प्रज्ज्वलित कर प्रार्थना की। महावीर सिंह धनोला ने कहा आज हम जो हैं अपने पितरों के वजह है हमें श्राद्धरूप में उन्हें याद करना चाहिए ताकि उनका आशीर्वाद बना रहे कार्यक्रम में वीरचंद कुमाई, गिरीश चंद्र कोठियाल, गुड्डी देवी, आयुष धनोला, प्रदीप धनोला, राधिका, ऋषिक चंद कुमाई, दुर्गेश्वरी, शिवांगी आदि सम्मलित हुए।