जेसीपी से एक लाख महिलाओं को जोड़ने का प्रयास कर रही हैं भावना पांडे

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जेसीपी से एक लाख महिलाओं को जोड़ने का प्रयास कर रही हैं भावना पांडे

देहरादून। जनता कैबिनेट पार्टी (जेसीपी) की केंद्रीय अध्यक्ष एवँ राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने उत्तराखंड सरकार से मांग की है कि वो राज्य की पाटनदाई महिलाओं की हालत की ओर भी ज़रा ध्यान दें।

मीडिया को जारी अपने एक बयान में जेसीपी अध्यक्ष भावना पांडे ने कहा कि उत्तराखंड में सालों से काम कर रहीं पाटनदाई महिलाओं की हालत बेहद दयनीय एवँ चिंताजनक बनी हुई है किंतु इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है।

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भावना पांडे ने कहा कि राज्य की कईं पाटनदाई महिलाओं ने उन्हें अपनी व्यथा सुनाते हुए बताया कि वे बहुत बुरे दौर से गुज़र रही हैं। ये महिलाएं सालों से इस कार्य को करती आ रही हैं, जिन्हें सरकार द्वारा सिर्फ 500 रुपये मेहनताने के तौर पर दिए जा रहे हैं।

जेसीपी अध्यक्ष भावना पांडे ने सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि आज के महंगाई के दौर में 500 रुपये में आखिर होता क्या है। उन्होंने कहा कि इन पाटनदाइयों में कईं बुजुर्ग महिलाएं हैं, जिनका कहना है कि उनके हाथों से जन्मे बच्चे आज बड़े होकर सैनिक के तौर पर देश की सेवा कर रहे हैं, मगर वे आज भी वहीं हैं और सिर्फ 500 रुपये में गुज़र-बसर करने को विवश हैं।

उन्होंने सरकार से कटाक्ष भरे लहजे में पूछते हुए कहा कि क्या आपको मालूम भी है कि राज्य में पाटनदाई महिलाएं भी हैं, या नहीं? यदि नहीं तो कृपया इनके बारे में जानने का प्रयास करें और शीघ्र अति शीघ्र इनकी समस्याओं को निवारण करें।

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इसके अलावा उन्होंने समूह की महिलाओं की समस्याओं को उठाते हुए कहा कि राज्य में लगभग 32000 के करीब महिला समूह की महिलाएं हैं जो उपेक्षा की शिकार हैं। इन महिलाओं का कहना है कि समूह के भीतर महज कुछ महिलाओं का ही फायदा होता है बाकी खाली हाथ ही रह जाती हैं।

उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि महिला समूहों को लेकर सरकार कुछ ऐसी नीति बनाएं जिससे सभी महिलाओं को रोजगार और उससे होने वाला लाभ मिल सके, सिर्फ कुछ महिलाओं के पास ही ये मुनाफा न जाए।

जेसीपी अध्यक्ष भावना पांडे ने कहा कि उत्तराखंड की तमाम महिलाएं जनता कैबिनेट पार्टी से जुड़ रही हैं जिनमें स्वास्थ्य कर्मी, आशा कार्यकत्रियां, भोजन माताएं, आंगनबाड़ी एवँ महिला समूहों की महिलाएं आदि शामिल हैं। उन्होंने कहा कि वे जेसीपी से एक लाख महिलाओं को जोड़ने का प्रयास कर रही हैं।