एनएसयूआई ने शिक्षा बचाओ देश बचाओ अभियान लॉन्च किया

0
207

एनएसयूआई ने शिक्षा बचाओ देश बचाओ अभियान लॉन्च किया

नैशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) ने कांग्रेस भवन देहरादून में शिक्षा बचाओ देश बचाओ अभियान की शुरुआत की।

NSUI के अनुसार नयी शिक्षा नीति केंद्रीकरण व शिक्षा के निजीकरण को बढ़ावा देती है। साथ ही यह शिक्षा विरोधी नीति तब लायी गयी जब पूरे देश में कोविड कहर का दौर था। उद्देश्य साफ है मोदी सरकार शिक्षा को भी सिर्फ अमीरों के लिए एक सुविधा जैसा बनाना चाहती है। गरीब बच्चों के भविष्य के साथ यह सीधा खिलवाड़ है।

एनएसयूआई के उदित थपलियाल का कहना है कि बीजेपी सरकार निजीकरण नौकरियां, आरक्षण व भविष्य सब बर्बाद कर देगा
सरकारी संस्थानों के निजीकरण से देश के युवाओं के लिए स्थायी रोजगार के अवसर खत्म हो जाएंगे। अब तो नयी शिक्षा नीति भी निजीकरण को बढ़ावा दे रही या है तो गरीब जाए तो जाए कहाँ

साथ ही SSC, NEET, JEE जैसे सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में घोटाले सामने आना व युवाओं को वर्षों तक नौकरी नहीं देना यह साफ बताता है कि मोदी सरकार छात्र विरोधी है।

अगर हम छात्र वर्ग के लिए कोई नीति बना रहें हैं तो हमारा कर्तव्य बनता हैं कि हम उनसे चर्चा करे लेकिन वर्तमान सरकार की आदत बन चुकी हैं कि सभी कार्य तानाशाही तरीके से लागू करते हैं।

एनएसयूआई के महानगर अध्यक्ष अभिषेक डोबरियाल ने कहा कि है कि जब से बीजेपी सरकार सत्ता में आई हैं तब से छात्रों की फैलोशिप एवं स्कॉलरशिप रोकी जा रहीं हैं, प्रवेश परीक्षाओं में घोटाले हो रहें हैं तथा परीक्षाओं के परिणाम देरी से आ रहे हैं। जिसके कारण छात्रों के 2 से 3 साल बर्बाद हो जाते हैं।

एनएसयूआई केंद्र सरकार से मांग करती हैं कि केंद्रीय स्तर एवं प्रदेश स्तर पर छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं में आयु सीमा में कम से कम 2 साल की छूट दी जाएं। क्योंकि कोरोना काल में छात्रों के 2 साल पूरी तरह बर्बाद हो चुके हैं।

इसके साथ की एनएसयूआई ने उत्तराखंड में छात्रसंघ चुनाव न किए जाने का भी विरोध किया है।
उदित थपियाल में कहा की
“विगत दो वर्षों से प्रदेश के सभी महाविद्यालयों में छात्रसंघ चुनाव नहीं हो पाये हैं जिससे छात्रसंघ के पद दो वर्षों से रिक्त पड़े हैं जिससे महाविद्यालय के छात्रों को बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है तथा जो छात्र छात्रसंघ चुनाव के लिए विगत 2-3 वर्षों से तैयारी कर रहे थे उनकी आयु सीमा समाप्त हो रही है। एन०एस०यू०आई० मांग करती है कि चुनाव लड़ने के इच्छुक छात्रों को 2 वर्ष की आयु सीमा में छूट दी जाये।”

इस अवसर पर महानगर अध्यक्ष अभिषेक डोबरियाल, हिमांशु रावत अंकित बिष्ट, वासु शर्मा, दिव्या, भव्या, सागर पुंडीर, नमन शर्मा, सिद्धार्थ, आदि मौजूद थे।