सेक्स रैकेट का पर्दाफाश, 2 गिरफ्तार,चार लड़कियों को गिरोह के चंगुल से छुड़ाया

0
312

देहरादून। एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने एक अंतरराज्यीय देह व्यापार गिरोह का पर्दाफाश किया है। एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने सेक्स रैकेट में संलिप्त सरगना सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हालांकि अभी गिरोह से संबंधित नेटवर्क के लोगों के बारे में जांच-पड़ताल कर उनकी तलाश जारी है। पुलिस टीम ने देह व्यापार के इस गिरोह के चंगुल से अलग-अलग राज्यों की चार लड़कियों को भी छुड़ाया है।
बताया जा रहा कि क्रिसमस और नए साल के जश्न से पहले यह सेक्स रैकेट दिल्ली, पंजाब व झारखंड जैसे राज्यों से गरीब लड़कियों को नौकरी के नाम पर गुमराह कर मसूरी होटलों में ले जा रहे थे। ऐसे में मुखबिर की सूचना के आधार पर देहरादून एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग टीम द्वारा घेराबंदी कर बीती रात मसूरी जाने वाले बाईपास रोड धोरण गांव के पास इस गिरोह को धर दबोचा है। पुलिस ने मौके से अलग-अलग राज्यों से लाई जा रही। चार लड़कियों को गिरोह के कब्जे से छुड़ाया है। पुलिस जांच में पता चला कि क्रिसमस और नए साल के जश्न से पहले दिल्ली, पंजाब व झारखंड से देह व्यापार के लिए लड़कियों को इनोवा कार में मसूरी ले जाया जा रहा था। मौके से पुलिस टीम ने गिरोह के सरगना राहुल पाटिल और राहुल कुमार नाम के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरोह का मुख्य आरोपी राहुल पाटिल पूर्व में भी सेक्स रैकेट मामले में जेल जा चुका है। पुलिस के अनुसार सेक्स रैकेट का सरगना राहुल पाटिल (28) पुत्र गोकुल प्रसाद मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मानिकपुर, थाना गढ़ी मानिकपुर तहसील कुंडा जिला प्रतापगढ़ का रहने वाला है। गिरफ्तार दूसरा आरोपी राहुल कुमार (23) पुत्र रामेश्वर कुमार मूल रूप से हरिद्वार के ग्राम ब्रह्मपुरी का रहने वाला है। पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपी से आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई है। फिलहाल पुलिस इनसे जुड़े व्हाट्सएप नेटवर्क के जरिए गिरोह के अन्य लोगों के बारे में जानकारी जुटाकर धरपकड़ में जुटी है। एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के मुताबिक सेक्स रैकेट के चंगुल से आजाद करवाई गई पीड़िताओं ने पूछताछ में बताया कि गिरफ्तार राहुल पाटिल और राहुल कुमार उनकी गरीबी का फायदा उठाकर नौकरी का झांसा देकर अनैतिक व्यापार के धंधे में लगा देते हैं। दिल्ली व अन्य जगह से लाकर वाहनों से अलग-अलग जगह ले जाते हैं। आज फिर यह लोग उन्हें मसूरी में नौकरी के नाम पर गुमराह कर होटलों की डिमांड पूरी करने जा रहे थे।