चारधाम यात्रा शुरू अतिक्रमण से पटा शहर, जिम्मेदार मौन

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चारधाम यात्रा शुरू अतिक्रमण से पटा शहर, जिम्मेदार मौन

डॉ० हरीश चन्द्र अन्डोला

कोविडकाल में प्रतिबंध के 2 साल बाद पहली बार बिना प्रतिबंध के चारधाम यात्रा शुरू होने जा रही है। जो कि 3 मई से शुरू होगी। ऐसे में समय के बाद ही यात्रा का संचालन शुरू हो जाएगा। लेकिन अभी से ही चारधाम यात्रा को लेकर स्थानीय लोगों और यात्रियों में उत्साह नजर आ रहा है। उत्तराखंड में गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम हैं। बद्रीनाथ चमोली जिले हैं, जहां 50 से 80 परसेंट होटलों में 10 से 30 जून तक के लिए बुकिंग फुल हो चुकी है। बदरीनाथ धाम में 40 परसेंट से ज्यादा होटल 10 जून तक के लिए बुक हो चुके हैं। केदारनाथ रुद्रप्रयाग जिले में हैं, जिसके पड़ाव गौरीकुंड, सोनप्रयाग, गुप्तकाशी, फाटा, तिलवाड़ा, अगस्त्मयुनि, रुद्रप्रयाग आदि पड़ावों पर स्थित 50 परसेंट होटलों में आगामी 25 जून तक के लिए बुकिंग फुल हो चुकी है। यमुनोत्री और गंगोत्री उत्तरकाशी जिले में हैं। जहां मई के लिए 600 से अधिक होटल पैक हो चुके हैं। जबकि 30 जून तक के लिए 50 प्रतिशत होटल की बुकिंग हो चुकी है। इस तरह इस बार चारधाम यात्रा को लेकर जबरदस्त उस्ताह नजर आ रहा है। देवस्थानम बोर्ड होने की वजह से इस बार यात्रियों के लिए अब तक किसी तरह की कोई गाइडलाइन नहीं आई है। हालांकि जल्द ही पर्यटन और तीर्थाटन विभाग इसको लेकर किसी तरह का ठोस निर्णय ले सकते है। फिलहाल बदरी-केदार मंदिर समिति ने अपना संचालन का काम फिर से शुरू कर दिया है। चारधाम तीर्थ पुरोहित हकहकूकधारी महापंचायत के अध्यक्ष ने कहा कि 2 साल तक कोविड की वजह से अधिकतर लोगों ने चारधाम यात्रा नहीं की, ऐसे में अब प्रतिबंध हटते ही लोग यात्रा के लिए उत्साहित नजर आ रहे हैं, जिसका असर बुकिंग पर साफ देखा जा रहा है। गंगोत्री धाम के पुरोहित और व्यापार मंडल के अध्यक्ष रहे ने बताया कि यात्री चारधाम यात्रा के शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं। साथ ही लगातार देश-विदेश से लोग संपर्क कर रहे हैं। जिससे साफ है कि इस बार यात्रा में पहले से कई गुना अधिक यात्री पहुंचेंगे। चारधाम यात्रा का प्रमुख पड़ाव उत्तरकाशी में इन दिनों अतिक्रमण की बाढ़ आ गई है। यह अतिक्रमण अभी से परेशानी का सबब बनने लगा है। जबकि, यात्रा सीजन शुरू होने में अभी में सात दिन शेष हैं। सड़क और नालियों के ऊपर अतिक्रमण होने से पैदल चलने के लिए भी स्थान नहीं बचा हुआ है।गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट तीन मई को खुल जाएंगे, लेकिन यात्रा सीजन शुरू होने से पहले उत्तरकाशी में अतिक्रमण नहीं हटाया गया है। नालियों और सड़क पर अतिक्रमण किया गया है। जहां सड़क पैदल चलने के लिए कुछ स्थान बचा था। वहां अवैध रूप से पार्किंग की जा रही है। भैरव चौक से लेकर विश्वनाथ चौक तक पूरी सड़क को अवैध पार्किंग ने घेर रखा है। जबकि भैरव चौक,हनुमान चौक, माल रोड, मुख्य बाजार तथा जोशियाड़ा में सड़क और नालियों पर व्यापारियों ने सामान रखकर कब्जा कर दिया है। जोशियाड़ा क्षेत्र में तो ईट, बजरी, सरिया के व्यापारियों ने सड़क को घेर दिया है। सड़क पर ये सामान रखकर व्यवसाय चला रहे हैं। लेकिन प्रशासन इन बड़े व्यापारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर पा रहा है। सड़कों की नालियों पर अवैध कब्जा होने के कारण आमजन को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। चंद दिनों में यात्रा अपने चरम पर आने वाली है, ऐसे में यात्रियों को भी इस अव्यवस्थित शहर में परेशानियों से जूझना पड़ेगा। इस शहर को अव्यवस्थित बनाने में सबसे बड़ा रोल नगर पालिका का है। नगर पालिका इन अतिक्रमण करने वालों और शहर में अतिक्रमण करने वालों को पनाह दे रही है। वहीं प्रशासन ने भी चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले अतिक्रमण हटाने का दावा कर रहा है। लेकिन, प्रशासन की सुस्ती देखकर अतिक्रमण से मुक्ति मिलनी संभव नहीं है।