चारधाम यात्रा व्यवस्था में नाकामी पर जनता से माफी मांगें धामी : करन महरा
प्रदेश मीडिया प्रभारी राजीव महर्षि ने कहा – बजट पर सुझावों के बहाने नाटक कर रहे हैं धामी
देहरादून।
उत्तराखण्ड प्रदेश कॉग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन महरा ने चारधाम यात्रा की कुव्यवस्था पर राज्य सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि अपनी नाकामी के लिये धामी सरकार को प्रदेश की जनता से तत्काल माफी मांगनी चाहिये। उन्होने कहा कि चारधाम यात्रा शुरू होने से पूर्व सरकार की ओर से बड़े बड़े दावे किये जा रहे थे, लेकिन एक पखवाड़े के दौरान ही सारे दावे हवा हो गये हैं। इससे न सिर्फ देवभूमि के लोग शर्मसार हुए हैं बल्कि राज्य की छवि भी धूमिल हुई है। उन्होनें कहा कि सरकार की नाकामी का आलम यह है कि केन्द्र सरकार को हस्तक्षेप करना पड़ा है। उन्होने कहा कि आज तक कभी भी एनडीआरएफ और आईटीबीपी को तैनात नहीं किया गया है। इससे पहले कभी ऐसा नही हुआ है।
पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी राजीव महर्षि ने भी यात्रा व्यवस्था में नाकामी पर धामी सरकार की आलोचना की है। उन्होनें कहा कि चारधाम यात्रा पर आये दो दर्जन से अधिक श्रधालुओं की असमय मौत हो जाना प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओ की कलई खोलने वाली घटना है। सरकार अभी तक तय नहीं कर पाई है कि उसे क्या करना चाहिये। सरकार के मन्त्री खुद ब्लेमगेम में उलझे हैं। रोजाना हादसे हो रहे हैं जबकि अधिकारी मन्त्रियो के आदेश तक ताक पर रख रहे हैं।
राजीव महर्षि ने कहा कि सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि समाज के विभिन्न प्रतिनिधि समूहों की ओर से बजट पर मिले सुझावों के आधार पर सरकार आमजन का बजट तैयार करेगी। उनका प्रत्यक्ष तौर पर बजट में प्रतिनिधि समूहों के सुझावों को शामिल कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपनों के अनुसार उत्तराखंड को वर्ष 2025 तक देश का आदर्श, अग्रणी और विशेष राज्य बनाएंगे, लेकिन यह सब दिवास्वप्न है।
राजीव महर्षि ने कहा कि जिस तरह अधिकारी बेलगाम हैं और प्रचंड बहुमत के बावजूद अराजकता की स्थिति बनी है। ऐसे में जनता के सुझावों पर बजट बनाने की बात बेमानी लगती है। उन्होनें कहा कि सरकार प्रदेश की जनता को निराश कर रही है। संवाद कार्यक्रम के नाम पर महज नाटक किया जा रहा है। जरूरत इस बात की है कि सरकार पहले धरातल पर काम करके दिखाये ओर अपने घर आगन को सुधारे।