नया रिकॉर्ड बनाने की तरफ चारधाम यात्रा

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नया रिकॉर्ड बनाने की तरफ चारधाम यात्रा

डॉ० हरीश चन्द्र अन्डोला

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा नया रिकॉर्ड बनाने की तरफ आगे बढ़ रही है। 2019 की तुलना में इस बार मात्र डेढ़ माह में ही दो तिहाई तीर्थयात्री चारधामों में पहुंच चुके हैं। अब तक 22.50 लाख तीर्थयात्री दर्शन कर चुके हैं। जबकि 32 लाख से अधिक यात्रियों ने पंजीकरण कराया है। अब यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या सामान्य होने लगी है।चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। पर्यटन विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक 2019 की तुलना में इस यात्रा सीजन में अब तक डेढ़ माह की अवधि में दो तिहाई तीर्थयात्रियों ने दर्शन किए। 2019 में सर्वाधिक 34.84 लाख यात्री चारधाम यात्रा में आए थे। जो इससे पहले की यात्राओं की तुलना में रिकॉर्ड था।कोविड महामारी के कारण 2020 और 2021 में चारधाम यात्रा प्रभावित रही। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए बंदिशों के बीच 2020 में 3.33 लाख और 2021 में पांच लाख से अधिक यात्री चारधाम पहुंचे थे। बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी ने बताया कि चारधाम यात्रा शुरू होने से अब तक 22.50 लाख तीर्थयात्री दर्शन कर चुके हैं। इसमें बदरीनाथ धाम में 7.82 लाख, केदारनाथ धाम में 7.44 लाख, गंगोत्री में 3.94 लाख और यमुनोत्री धाम में 3.03 लाख तीर्थयात्री पहुंचे हैं। इसके अलावा हेमकुंड साहिब में 1.14 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।चारधामों में तीर्थयात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए पहली बार स्वास्थ्य विभाग ने यात्रा मार्गों पर नौ स्थानों पर हेल्थ स्क्रीनिंग शुरू की। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ठंड और ऑक्सीजन की कमी से स्वास्थ्य पर पड़ने पर विपरीत प्रभाव के लिए 30 डॉक्टरों को उपचार के लिए प्रशिक्षण दिया गया। इसके अलावा हृदय रोगियों के लिए 12 डाक्टरों को कॉर्डियोलॉजी ट्रेनिंग देकर तैनात किया गया। 2019 की तुलना में 107 मेडिकल अफसर के मुकाबले इस बार 178 डॉक्टर यात्रा ड्यूटी में तैनात किए गए। चारधाम यात्रा के लिए लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे है। जिसकी वजह से टूर ऑपरेटर एक ही मोबाइल से कई तीर्थयात्रियों का पंजीकरण करा रहे है। इसके चलते यात्रियों का गलत तरीके से ऑनलाइन पंजीकरण किया जा रहा है। इस पर प्रशासन ने संज्ञान लिया है। पर्यटन विभाग के सचिव ने इस संबंध में उत्तराखंड टूर ऑपरेटर एसोसिएशन को पत्र भेजा है। जिसमें गलत तरीके से पंजीकरण को लेकर बात लिखी गई है। साथ ही भविष्य में इस तरह की गलत होने पर कार्रवाई की जाएगी। जिसमें टूर आपरेटरों को निर्देश दिए कि पंजीकरण में प्रत्येक यात्री की व्यक्तिगत जानकारी देने होगी। भविष्य में इस तरह की गलत होने पर कार्रवाई की जाएगी। दरअसल राज्य सरकार ने बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम की यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का पंजीकरण अनिवार्य किया हुआ है। इसके लिए ऑनलाइन या केंद्र में आकर पंजीकरण कराने की सुविधा यात्रियों को दी गई है इतना ही नहीं जो तीर्थयात्री ऑनलाइन पंजीकरण नहीं कर सकते है तो उनके लिए हरिद्वार, षिकेश समेत यात्रा मार्गों पर 18 स्थानों पर पंजीकरण की सुविधा है। सचिव पर्यटन ने कहा कि चारधाम यात्रा के लिए प्रत्येक यात्री का पंजीकरण अनिवार्य है। चारधाम यात्रा पर आ रहे तीर्थयात्रियों का पंजीकरण फॉर्म में व्यक्तिगत जानकारी होनी चाहिए। ताकि यात्रा के समय किसी भी यात्री को किसी प्रकार की दिक्कत होने पर तुरंत संपर्क किया जा सके। विभाग को संज्ञान आया कि एक ही मोबाइल नंबर से कई तीर्थयात्रियों का ऑनलाइन पंजीकरण हो रहा है जो गलत है। हेमकुंड साहिब बेहद ऊंचाई पर स्थित है, काफी अच्छी बात है। 2013 की आपदा के बाद हर साल तीर्थयात्रियों की संख्या में भारी इजाफा हो रहा है और इसे सरकार अपनी बड़ी उपलब्धि मान रही है। तो हम ये सुनिश्चित कर रहे हैं कि विकास और विरासत दोनों और वहां जाने के लिए करीब 19 किलोमीटर पहाड़ की खड़ी चढ़ाई चढ़नी पड़ती है। यही नहीं हेमकुंड साहिब के दर्शन करने जाने के लिए यात्रियों को तमाम दिक्कतों का भी सामना करना पड़ता है। इस सीजन में भारी मात्रा में बर्फबारी हुई है और ऐसे में मानसून सीजन आने के बाद लगातार बर्फ पिघल रहे हैं। हेमकुंड साहिब में कड़ाके की ठंड पड़ रही है जिसको देखते हुए यात्री भी ऐहतियात बरत रहे हैं। मानसून सीजन में चारधाम की यात्रा करने उत्तराखंड पहुंच रहे यात्रियों को कोई दिक्कत न हो इसके लिए शासन स्तर पर पहले ही संबंधित जिलाधिकारी और एसएसपी को निर्देश दिए जा चुके हैं। ताकि आने वाले किसी भी श्रद्धालु को किसी तरह की कोई परेशानी का सामना ना करना पड़े। इसके साथ ही यात्रा मार्गों पर गाड़ियां भी लगाई गई हैं ताकि अगर किसी कारणवश आपदा जैसी हालात बनते हैं या फिर सड़के बाधित होने जैसी कोई दिक्कत होती है तो रास्तों को तत्काल प्रभाव से खुलवाया जा सके। यात्रियों की रिकॉर्ड संख्या में आमद को देख कर सरकार काफी खुश है। पर्यटन और तीर्थाटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि इस बार यात्रियों ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं जो कि एक साथ आगे बढ़ें।

 .लेखक के निजी विचार हैं वर्तमान में दून विश्वविद्यालय कार्यरतहैं।