प्रगति मैदान में आयोजित ‘इंक्रेडिबल आर्ट एंड कल्चर’ द्वारा आयोजित प्रदर्शनी ‘अनुभूति दो’, दर्शकों द्वारा सराही गई

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प्रगति मैदान में आयोजित ‘इंक्रेडिबल आर्ट एंड कल्चर’ द्वारा आयोजित प्रदर्शनी ‘अनुभूति दो’, दर्शकों द्वारा सराही गई
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सी एम पपनैं

नई दिल्ली। नेशनल क्राफ्ट इंपोरियम एंड हस्तकला एकाडमी, प्रगति मैदान, नई दिल्ली मे 8 से 11 सितंबर तक, ‘इंक्रेडिबल आर्ट एंड कल्चर’ द्वारा आयोजित प्रदर्शनी ‘अनुभूति दो’, दिल्ली महानगर के कला प्रेमियों के साथ-साथ विदेशी प्रतिनिधि मंडलो के आकर्षण का केन्द्र बनी रही। उक्त प्रदर्शनी का उद्घाटन पूर्व केन्द्रीय मंत्री शिव प्रसाद शुक्ला, सचिव वस्त्र मंत्रालय उपेन्द्र प्रसाद सिंह, इंक्रेडिबल आर्ट एंड कल्चर संस्थापक तारा चंद्र उप्रेती (मुख्य सलाहकार चेयरमैन बजाज ग्रुप), चेयरमैन इंक्रेडिबल आर्ट एंड कल्चर, रमा उप्रेती तथा सेवानिर्वत एयर मार्शल वी पी एस राना द्वारा 8 सितंबर को, दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।

प्रदर्शनी उद्दद्याटन के अवसर पर सचिव वस्त्र मंत्रालय, उपेन्द्र प्रसाद सिंह द्वारा आयोजकों, सभी कलाकारों तथा दर्शकों का स्वागत अभिनंदन किया गया। मुख्य अतिथि पूर्व केन्द्रीय मंत्री शिव प्रसाद शुक्ला द्वारा व्यक्त किया गया, भारत की कला और संस्कृति का गौरव शाली इतिहास रहा है, जिसे दुनियाभर मे पहचाना व सराहा जाता रहा है। नई उभरती प्रतिभाओ की रचनात्मकता की क्षमता का पता, आयोजित प्रदर्शनियों के माध्यम से ही, समय-समय लगाया व जाना जाता है। आयोजित प्रदर्शनियों के माध्यम से ही कलाकारों के विकसित होने का मार्ग प्रशस्त होता है। लाखों कलाकार हमारे देश में हैं, जिन्हें ऐसे अवसरो से आगे बढ़ने का मौका और प्रेरणा मिलती है।

इंक्रेडिबल आर्ट एंड कल्चर संस्थापक तारा चंद्र उप्रेती (मुख्य सलाहकार, चेयरमैंन बजाज ग्रुप) द्वारा व्यक्त किया गया, कोरोना विषाणु संक्रमण की भयावहता के कारण, देश मे लगे लाकडाउन मे सभी आयोजन बंद रहे। जिस कारण कलाकारों के आय के श्रोत बंद हो गए थे। लाकडाउन के दौरान फाउंडेशन द्वारा कलाकारों के हितार्थ ई-मंच (पहाड़ी लोकमंच) प्रदान किया गया। फाउंडेशन का उद्देश्य पीड़ित व अभाव ग्रस्त कलाकारों के हितार्थ काफी प्रभावी रहा। लाकडाउन में अभाव ग्रस्त कलाकारों की पहचान की गई। यात्रा प्रतिबंध के दौरान उनके प्रदर्शन व निर्मित कला के वीडीओ शूट करने और उन्हें फाउंडेशन को भेजने को कहा गया। उक्त प्राप्त वीडीओ फेस बुक और यूट्यूब सोसल मीडिया मे अपलोड किए गए। कलाकारों का भारी समर्थन मिला। सभी कलाकारों को भूगतान कर मदद की गई।

फाउंडेशन संस्थापक तारा चंद्र उप्रेती द्वारा व्यक्त किया गया, गठित फाउंडेशन गैर लाभकारी संगठन है। कला और संस्कृति को बढ़ावा देने और बडे पैमाने पर सामाजिक लाभ के लिए काम करने के लिए एक उद्देश्य के साथ स्थापित किया गया है। कला को एक माध्यम के रूप मे उपयोग करना, सामाजिक और सांस्कृतिक संदेशों को फैलाने के लिए, विभिन्न प्रकार की कला विधाओ के संवर्धन और उक्त विधा से जुडे कलाकारों के ज्ञान मे वृद्धि करना, फाउंडेशन का उद्देश्य है।

शिक्षा क्षेत्र में वृहद ज्ञान प्राप्त, आर्ट एंड कल्चर जगत मे कुछ अद्भुत कर गुजरने की चाहत रखने वाली, कर्मठ और निष्ठावान, कोटाबाग (नैनीताल) मूल निवासी, ‘इंक्रेडिबल आर्ट एंड कल्चर, फाउंडेशन’ चेयरमैंन, रमा उप्रेती, दो दशक तक शिक्षा जगत से जुडी रही हैं। लघु फिल्मों मे कार्य करने का अनुभव रहा है। 2019 से बच्चों व युवाओ के विविध विधाओ में शैक्षिक उत्थान के लिए, विभिन्न कार्यशालाओं का आयोजन करती रही हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के विकास व नीति नियोजन पर, मुख्य रूप से ध्यान केन्द्रित करके रखती हैं। उक्त गठित फाउंडेशन मुख्य रूप से संगीत, पेंटिंग और फोटोग्राफी के साथ-साथ पहाड़ी लोकमंच से जुड़ा हुआ है। प्रतिभावान व अभावग्रस्त कलाकारों को हर स्तर पर मदद कर, उच्च मंच प्रदान कर उनकी आकांक्षाओं व मंसूबो को निष्ठापूर्वक पूर्ण करना रमा उप्रेती का मुख्य उद्देश्य रहा है।

पेंटिंग में देश के दूरदराज ग्रामीण क्षेत्रों मे कार्य कर रहे, अभाव ग्रस्त प्रतिभावान कलाकारों द्वारा वीडीओ बना कर फाउंडेशन से सम्पर्क साधा जाता है। कलाकारों को इस माध्यम एक प्लेटफार्म की प्राप्ति होती है, कलाकृतियों की खूबी व उन कलाकृतियों की बिक्री का माध्यम फाउंडेशन द्वारा सुगम व सरलता से किया जाता है।

फाउंडेशन चेयरमैन रमा उप्रेती द्वारा वर्ष 2019 मे अनुभूति 1 नाम से, पेंटिंग व फोटोग्राफी की प्रभावशाली व सफल प्रदर्शनी का आयोजन, ‘इंदिरा गांधी सेन्टर फार आर्ट’ नई दिल्ली मे किया गया था। उक्त प्रदर्शनी में उत्तराखंड के विख्यात फोटोग्राफर अनूप शाह, प्रांजल शाह, प्रदीप पांडे, डी डी मिश्रा, साकेत बडोला इत्यादि की फोटो प्रदर्शनी भी लगाई गई थी। कोविड विषाणु संक्रमण महामारी के कारण, विगत तीन वर्षो मे कोई प्रदर्शनी फाउंडेशन नहीं लगा पाया था। अब पुन: ‘अनुभूति-2’ से प्रदर्शनी का शुभारंभ रमा उप्रेती द्वारा किया गया है, जो सराहनीय है।

प्राप्त सूचना मुताबिक, उक्त विधा से जुडे कलाकारों की किसी भी प्रकार की तनख़्वाह व आय के साधन न होने, मार्केटिंग समस्या, बडे प्लेटफार्म के अभाव इत्यादि समस्याओ को प्रत्यक्ष देख-परख रमा उप्रेती द्वारा विगत तीन वर्षो मे करीब तीस लाख रुपयों की लागत से, एक सौ से अधिक कलाकारों की पैंटिंग खरीद कर व प्रदर्शनी आयोजित कर, कलाकारों का उत्साह वर्धन किया गया है। सबसे महंगी पैंटिंग जम्मू के कलाकार विज आनंद की पांच लाख मे रमा उप्रेती द्वारा खरीदी गई थी। आयोजित प्रदर्शनी में पेन्टिंग व फोटो लगाने वाले कलाकारों से उक्त फाउंडेशन कोई फीस चार्ज नहीं करता है। उक्त फाउंडेशन का उद्देश्य मुख्य रूप से युवाओ मे, आर्ट कल्चर और सामाजिक कार्यो का उत्थान तथा भारत की समृद्ध लोककला को सहेज कर रखना मुख्य रहा है। गठित फाउंडेशन सबके लिए एक खुला मंच है, आजीविका का आधार बनाने के लिए।

नेशनल क्राफ्ट इंपोरियम एंड हस्तकला एकाडमी, प्रगति मैदान, मे प्रदर्शित प्रदर्शनी ‘अनुभूति-2’ मे जिन 38 कलाकारों की पेंटिंग्स लगी हैं, उन पेंटिंग्स मे डाॅ चिराग उप्रेती द्वारा प्रदर्शित ‘नाइट स्काई स्टार’ प्रदर्शनी दर्शको द्वारा विशेष रूप से सराही गई है। वीना गुप्ता, अंजलि कुमार तथा निशा दयाल की पेंटिंग्स भी प्रदर्शनी में, अपना जलवा बिखेरती नजर आई हैं।

अन्य कलाकारों, विजेंद्र शर्मा, नवल किशोर, रंजीत सरकार, भूपेन्द्र दुत्ती, आनंद कुमार, रूप चंद, राम प्रवेश पाल, प्रीति कोडसिया, गीता दास, अलका सिंह सेंगर, रुचि अग्रवाल, सुमन आर्या, जौली शर्मा, डाॅ नीरजा चंद्रा पीटरस, सोना शुक्ला, रेनु उमराव, वत्सला खेडा, रुचि शर्मा, मोनिका सिंह, कंचन प्रकाश, प्रतिभा अवस्थी, रीना डी सबलोक, गुंजन द्विवेदी, पुष्पेन्द्र गौतम, हेमाद्री रमानी, प्रत्युस कुमार, रंजीत कुमार, अशोक कुमार, सी आर हेमब्रम, रामानुज शेखर, सुनील मोदी, जीतेन साहू, गायत्री टंडन, जागृति कथूरिया की पैंटिंग भी दर्शकों को खूब भाती नजर आई हैं।

आयोजित प्रदर्शनी में, गीत-संगीत, हिंदी और अंग्रेजी साहित्य पर चर्चा, बाल कलाकारों के नृत्य इत्यादि कार्यक्रम भी दर्शको के आकर्षण का केन्द्र बने रहे। मुकेश शुक्ला, भावना पंत व आशीष मिश्रा का प्रबंधन सराहनीय था।
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