दिवंगत पत्रकार राजीव प्रताप के परिजनों से मिले सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी, हर सम्भव मद्दत का दिया आश्वासन
सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी आज दिवंगत पत्रकार राजीव प्रताप के निधन पर शोक संवेदना प्रकट करने उनके दीपनगर स्थित आवास पहुँचे। उन्होंने परिजनों को ढांढस बंधाया और हर सम्भव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि सरकार इस दुख की घड़ी में परिवार के साथ खड़ी है और हर तरह से सहयोग सुनिश्चित किया जाएगा।
बंशीधर तिवारी ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वरिष्ठ पत्रकार राजीव प्रताप के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने परिजनों के प्रति संवेदनाएँ प्रकट करते हुए घटना की गहन और निष्पक्ष जांच के भी निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए एसआईटी (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) का गठन किया है। उत्तरकाशी के पुलिस उपाधीक्षक की अध्यक्षता में गठित यह टीम हर पहलू से जांच करेगी और पूरी पारदर्शिता के साथ सच्चाई सामने लाएगी।
रहस्यमयी परिस्थितियों में लापता हुए थे पत्रकार राजीव प्रताप
उत्तरकाशी जिले के स्वतंत्र पत्रकार राजीव प्रताप 18 सितम्बर को रहस्यमयी परिस्थितियों में लापता हो गए थे। परिजनों ने उनकी हत्या की आशंका भी जताई थी। 19 सितम्बर को पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज की थी।
इसके बाद 28 सितम्बर को उनकी कार भागीरथी नदी के बीच में बरामद हुई, लेकिन पत्रकार राजीव प्रताप उसमें मौजूद नहीं थे। यह कार उनके मित्र सोबन सिंह की थी, जिससे वे 18 सितम्बर को ज्ञानसू से गंगोरी के लिए रवाना हुए थे।
लगभग दस दिन की खोजबीन के बाद 28 सितम्बर को उनका शव जोशियाड़ा बैराज से बरामद हुआ। इस घटना से परिजनों सहित पत्रकार जगत में गहरा शोक और आक्रोश व्याप्त है।