कोविड के बुरे हालातों को देखते आप की मांग,सूबे को जरूरत है स्वास्थ्य मंत्री की, नियंत्रण के लिए प्रॉपर मॉनिटरिंग की जरूरत :आप

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कोविड के बुरे हालातों को देखते आप की मांग,सूबे को जरूरत है स्वास्थ्य मंत्री की, नियंत्रण के लिए प्रॉपर मॉनिटरिंग की जरूरत :आप

आप प्रवक्ता संजय भट्ट ने प्रदेश सरकार को कटघरे में खडा करते हुए सवाल किया है कि क्या राज्य की सरकार और मुख्यमंत्री को प्रदेश की जनता की सेहत का जरा भी ख्याल नही है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री की तरह तीरथ सिंह रावत भी स्वास्थय मंत्रालय का जिम्मा खुद ही संभाले हुए है। जबकि कोरोना के चलते पूरे प्रदेश की हालत लगातार बिगड़ती जा रही इस वक्त प्रदेश को एक ऐसे स्वास्थय मंत्री की जरुरत है जो इस महामारी की रोकथाम में अपना ज्यादा से ज्यादा समय के साथ प्रॉपर मॉनिटरिंग कर सके । आप प्रवक्ता ने कहा ,जिस तरह से उत्तराखंड में पिछले तीन हफ्तों से कोरो ना ने अपनी रफ्तार पकड़ी है वहीं इससे मरने वालो की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही हैं। सूबे के अस्पतालों में मरीज को भर्ती कराने के लिए बेड नहीं हैं ,वेंटिलेटर की कमी के साथ मरीज ऑक्सीजन के लिए भी जूझ रहा हैं अब सवाल ये खड़ा होता मुख्यमंत्री के पास स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ कई अहम विभाग हैं और सूबे की जिम्मेदारी भी ऐसे में क्यों नहीं मुख्यमंत्री तत्काल किसी विधायक को स्वास्थ्य मंत्रालय की जिम्मेदारी क्यों नहीं देते या अपने सहयोगी मंत्रियों को अतिरिक्त जिम्मेदारी देनी चाहिए ताकि सूबे में कोरो ना मरीजों के साथ अन्य लोगों को भी इसका फायदा मिल सके ।

आप प्रवक्ता संजय भट्ट ने कहा कि आज कोरोना महामारी का संक्रमण बडी तेजी से अपने पैर पसार रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वास्थय सेवाएं पहले से ही चरमराई हुई हैं। कई जगह अस्पताल हैं लेकिन डाॅक्टर नहीं है। कहीं अस्पतालों में मशीन हैं तो उनके टैक्नीशियन नहीं हैं। ऑक्सीजन सिलेंडरों और कोरोना वैक्सीन का लगातार कमी हो रही है। कई लोग इस कारण अपनी जानें भी गंवा चुके हैं। लेकिन मुख्यमंत्री तीरथ पूर्व मुख्यमंत्री के नक्शेकदम पर ही चल रहे हैं। उनके पास स्वास्थय के साथ अन्य विभाग भी है। लेकिन वो स्वास्थय विभाग पर ज्यादा ध्यान नहीं दे पा रहे हैं जिस वजह से आए दिन विभाग से संबंधित लापरवाही की खबरें आती रहती हैं।

आप प्रवक्ता ने कहा कि बीते 4 सालों से स्वास्थय मंत्री की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री ही निभाते आए हैं और मौजूदा सरकार के मुखिया भी उस परंपरा को निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनता कोरोना को लेकर त्राहिमाम कर रही है। सरकार द्वारा जो इंतजाम किए गए हैं वो नाकाफी हैं। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए एक अद्द स्वास्थय मंत्री की इस समय सख्त जरुरत है जो अपना पूरा ध्यान सिर्फ इस बीमारी की रोकथाम पर लगाए।
स्वास्थय विभाग द्वारा जारी रोजाना के हेल्थ बुलेटिन काफी चिंतित करने वाले हैं । उत्तराखंड में कोरोना मरीजों का आंकडा 1,47,422 पहुंच गया है। उत्तराखंड में 33,330 केस एक्टिव हैं जिनमें कल 5084 नए कल ही आए हैं कोरोना से बढ़ती मौतें अब चिंता का विषय बनती जा रही है ।

उन्होंने कहा कि बीते साल की तरह एक बार फिर प्रवासियों के आने का सिलसिला शुरु हो चुका है । लेकिन बीते साल की तरह इस साल भी सरकार की तैयारियां पूरी नही हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह से ये संक्रमण तेजी से फैल रहा है उससे ऐसा प्रतीत होता है कि पहाडों में अब की बार ज्यादा प्रवासी वापस आएंगे। ऐसे में स्वास्थय मंत्री का होना प्रदेश के लिए नितांत आवश्यक है। रोज बढ रहे मामले चिंतनीय हैं। लेकिन सरकार के कामकाज को ऐखकर लगता है कि उसे किसी बडी अनहोनी का इंतजार है।

आप प्रवक्ता ने बताया कि अधिकारी अपनी मनमर्जी पर उतारु है। पूरे प्रदेश में व्यवस्थाएं लगातार बिगड रही है। अब अगर समय रहते मुख्यमंत्री ने इस बात पर संज्ञान नहीं लिया तो हालात और भी बदतर हो सकेत हैं। उन्होंने कहा कि आप पार्टी मुख्यमंत्री से ये मांग करती है कि प्रदेश की जनता की भलाई को देखते हुए फौरन मुख्यमंत्री स्वास्थय विभाग की पूर्ण जिम्मेदारी किसी सुयोग्य व्यक्ति को दे ताकि हालात पर काबू पाया जा सके।