बिना अनुमति के ही लालढांग-चिल्लरखाल वन मोटर मार्ग पर निर्माण शुरू
कोटद्वार: लैंसडौन वन प्रभाग द्वारा लालढांग रेंज में लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग पर कार्य करवाया जा रहा है. वन विभाग मानसून सीजन शुरू होने से 15 दिन पूर्व चिल्लरखाल वन मोटर मार्ग पर ठेकेदार से G1, G2, G3 की सोलिंग बिछवाने का कार्य करवा रहा है.
सूत्रों के मुताबिक यह कार्य 30 लाख की लागत से हो रहा है, लेकिन इस कार्य के लिए धनराशि कहां से स्वीकृत हुई इसका कोई जबाब नहीं है. वन विभाग सड़क पर बिना अनुमति के ही G1,G2, G3 की सोलिंग बिछाने का काम करवा रहा है. जबकि इसके लिए अभी तक कोई भी टेंडर प्रक्रिया जारी नहीं हुई है. लोक निर्माण विभाग दुगड्डा खंड द्वारा भी कोई विधिवत टेंडर प्रक्रिया जारी नहीं की गई है.
सूत्रों के मुताबिक चिल्लरखाल वन मोटर मार्ग के बीच बहने वाली नदियां प्रतिबंध वन क्षेत्र में बहती है. प्रतिबंधित वन क्षेत्रों में जेसीबी और ट्रैक्टर ट्रॉली से खनन करना गैर कानूनी है. लेकिन इस मार्ग के निर्माण के लिये ठेकेदार द्वारा सरेआम खनन किया जा रहा है. जब मामले की जानकारी के लिए लैंसडौन वन प्रभाग के डीएफओ दीपक सिंह से फोन किया गया तो उन्होंने कहा कि मीटिंग में बिजी हूं बाद में कॉल करूंगा. वहीं लोनिवि के अधिशासी अभियंता निर्भय सिंह ने बताया कि सड़क के संबंध में ज्यादा जानकारी वन विभाग से ही मिलेगी.
ऐसे में सवाल उठता है कि एलीफेंट जोन में किस की अनुमति से निर्माण कार्य किया जा रहा है.