अकाली दल के नेताओं ने CM अमरिंदर सिंह के घर के बाहर किया प्रदर्शन
अगले साल आने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर पंजाब (Punjab) में सियासी सरगर्मियां तेज हो चली हैं. शिरोमणि अकाली दल (SAD) के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को सिसवान में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) के आवास के बाहर राज्य सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान, अकाली दल के नेताओं ने अमरिंदर सिंह सरकार पर 2017 के विधानसभा चुनाव के अपने वादों को पूरा करने में विफल रहने और कोरोना महामारी के दौरान घोटालों के आलावा और भी कई आरोप लगाए, साथ ही स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू (Balbir Singh Sidhu) को हटाने की मांग की.
राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पंजाब पुलिस ने शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir Singh Badal) को हिरासत में लिया है. प्रदर्शनकारियों पर वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया. इससे पहले, 7 जून को भी अकाली दल और AAP पार्टी के सदस्यों ने मोहाली में स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था और तब सुखबीर बादल की तरफ से चेतावनी दी गई थी कि अगर मुख्यमंत्री की ओर से बलबीर सिद्धू को तुरंत बर्खास्त न किया गया तो 15 तारीख को अकाली दल मुख्यमंत्री के घर का घेराव करेगा.
मालूम हो कि हाल ही में पंजाब की कांग्रेस सरकार (Punjab Congress) पर केंद्र से मिली वैक्सीन को प्राइवेट अस्पतालों को ऊंचे दामों पर बेचने के आरोप लगे हैं. अकाली दल राज्य की कांग्रेस सरकार पर कोरोना वैक्सीन और ‘फतेह’ किट खरीदने में भी घोटाले का आरोप लगा रही हैं, जिसका इस्तेमाल कोरोना मरीजों के इलाज के लिए किया जा रहा है. इसे लेकर 7 जून को भी अकाली दल और AAP पार्टी के सदस्यों ने मोहाली में स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था.
इसे लेकर, मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पुलिस महानिदेशक को पिछले कुछ दिनों से राज्य में धरना प्रदर्शन करने वाले विपक्षी नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत मामला दर्ज करने का निर्देश दिया था. मुख्यमंत्री ने अकाली दल और AAP के इस तरह के कृत्यों को गैर-जिम्मेदाराना और महामारी फैलने के मद्देनजर राज्य में कड़े प्रतिबंधों का उल्लंघन करार देते हुए डीजीपी से उनके खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई करने को कहा था.
घोटाले के आरोप पर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने दी थी ये सफाई
विपक्ष ने कहा है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने कोरोना महामारी के दौर में भी घोटाले करने का रिकार्ड कायम किया है. इस बीच, पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने आरोपों पर सफाई देते हुए कहा था कि ‘ये आरोप लगाने वालों को शर्म आनी चाहिए और देखें कि वे क्या कर रहे हैं…हमारी सरकार और अधिकारियों ने कोरोना महामारी के दौरान अच्छा काम किया है और पारदर्शी तरीके से काम किया. हमारी सरकार ने कुछ भी गलत नहीं किया.’
अकाली दल और बहुजन समाजवादी पार्टी का गठबंधन
वहीं, अगले साल आने वाले विधानसभा चुनावों के लिए अकाली दल और बहुजन समाजवादी पार्टी ने गठबंधन कर एक साथ चुनावी मैदान में उतरने का फैसला किया है. दोनों पार्टियों के बीच तय किए गए फॉमुले के अनुसार, अकाली दल विधानसभा की 118 सीट में से 98 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, वहीं बसपा 20 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. गठबंधन पर बोलते हुए सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि दोनों पार्टियों की विचारधारा एक जैसी है. वहीं, मायावती ने कहा कि पंजाब में कांग्रेस के शासन में समाज का हर वर्ग गरीबी, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी से जूझ रहा है, जिनसे निपटने के लिए इस गठबंधन को कामयाब बनाना बहुत जरूरी है.