कोरोना से हार गए पंकज सिंह महर, इलाज के दौरान ली अंतिम सांस
देहरादून: कोरोना महामारी के चलते आए दिन डरावनी और दुखद खबरें आ रही हैं। ऐसी ही एक खबर आज फिर आई है। विधानसभा में प्रतिवेदक के पद पर कार्यरत पंकज सिंह महर का कोरोना से निधन हो गया है। दो माह पूर्व ही 21 अप्रैल को उनके पिता का आकस्मिक निधन हुआ था। पंकज आरोग्यधाम अस्पताल में भर्ती थे। सचिवालय संघ अध्यक्ष दीपक जोशी ने विधान सभा सचिवालय मे प्रतिवेदक (reporter) के पद पर कार्यरत पंकज महर के निधन पर गहरा दुख जताया है। दीपक जोशीन ने उनके निधन पर कहा कि ” पंकज महर के आकस्मिक निधन का अत्यन्त दुखद समाचार प्राप्त हुआ है, अल्पआयु मे एक हंसमुख और मिलनसार साथी का हमारे बीच मे से चला जाना बहुत कष्टकारी है। सचिवालय परिवार की ओर से हम दिवंगत साथी को अपनी अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं तथा ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करें तथा शोकाकुल परिवार को इस असहनीय दु:ख को सहन करने की शक्ति दें ” सचिवालय संघ ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है। राज्य आंदोलनकारी रहे पंकज सिंह महर अपने सामाजिक सरोकारों के लिये भी जाने जाते थे। उत्तराखण्ड के जन की पीड़ा हमेशा उन्हे लगी रहती थी। कुछ वर्ष पूर्व उन्होनें उत्तराखण्ड के कई जागरूक लोगों के साथ मेरा पहाड़ फोरम की स्थापना भी की थी। उनके निधन पर सामाजिक कार्यकर्ताओं ने गहरे दुख का इजहार किया है।