अब गोपालगंज के सबेया एयरपोर्ट से भी भरी जा सकेगी उड़ान
गोपालगंज. केंद्र सरकार ने बिहार और गोपालगंज को एक बड़ी सौगात दी है. हथुआ के सबेया हवाई अड्डा (Gpalganj Hathua Sabeya Airport) को उड़ान योजना के तहत जोड़ा गया है. इसे रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत डेवलप किया जाएगा. इसका अर्थ यह हुआ कि अब यहां से भी बड़े शहरों के लिए उड़ान भरी जा सकेगी. बताया जा रहा है कि गोपालगंज के सांसद डॉ आलोक कुमार सुमन (JDU MP Dr Alok Kumar Suman) की पहल से यह काम आसान हो गया.
दरअसल, गोपालगंज के जदयू सांसद व पार्टी के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष डॉ आलोक कुमार सुमन ने लोकसभा में सबेया हवाई अड्डा को डेवलप करने का मुद्दा उठाया था. उन्होंने जीरो आवर, क्वेश्चन ऑवर सहित कई बार इस मुद्दे को लोकसभा में उठाया, जिसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की अति महत्वकांक्षी उड़ान योजना से इसे जोड़ने की मंजूरी मिल गयी है. अब सबेया हवाई अड्डा को रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के साथ जोड़ने की मंजूरी दे दी गई है.
जदयू सांसद डॉक्टर आलोक कुमार सुमन ने बताया कि सबेया हवाई अड्डा करीब 571 एकड़ में बना हुआ है. उपेक्षा की वजह से हवाई अड्डा की जमीन पर अतिक्रमण कर लिया गया है. उड़ान योजना में शामिल होने के बाद इस एरिया को अब विकसित किया जाएगा. सांसद ने कहा कि उन्हें नागर विमानन उड्डयन राज्यमंत्री हरदीप एस पुरी ने जानकारी देते हुए इसे रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम में जोड़ने की बात कही है. सांसद ने कहा कि जब वे सांसद नहीं थे तब उनका सपना था कि गोपालगंज के लोग भी अपने शहर से ही हवाई जहाज की यात्रा करें. आज पीएम मोदी की वजह से उनका सपना पूरा हो रहा है.
डॉ सुमन ने कहा कि बिहार में सबसे ज्यादा विदेशी मुद्रा गोपालगंज और सिवान में आता है. यहां के अधिकतर लोग खाड़ी देशों में काम करने जाते हैं, लेकिन हवाई सुविधा नहीं होने की वजह से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता था. अब सबेया एयरपोर्ट के डेवलप होने से और उड़ान स्कीम में शामिल होने से गोपालगंज के अलावा सिवान, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण और यूपी के कई जिलों के लोगों को इसका फायदा मिलेगा.