भारत से नेपाल जाने से पहले कोरोना के साथ एचआईवी व टीबी अब ये अनिवार्य जांच के बिना एंट्री नहीं

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भारत से नेपाल जाने से पहले कोरोना के साथ एचआईवी व टीबी अब ये अनिवार्य जांच के बिना एंट्री नहीं

 

डॉ० हरीश चन्द्र अन्डोला

भारत व नेपाल के बीच रोटी-बेटी के रिश्ते काफी मजबूत हैं। इसके अलावा बढ़ी संख्या में नेपाली नागरिक आजीविका के लिए दिल्ली, मुंबई सहित अन्य महानगरों में पहुंचते हैं। नेपाली स्वास्थ विभाग के मुताबिक नेपाल में एड्स व टीबी मरीजों की संख्या में खासा उछाल आया है। इन हालातों में भारत में खतरा बढ़ सकता है। वहीं नेपाल में कोरोना के साथ ही टीबी व एचआईवी की गंभीरता से जांच हो रही है। लेकिन भारत में नेपाल सीमा पर महज कोरोना जांच को सैंपल लिए जा रहे हैं।अब नेपाल जाने के लिए लोगों को कोरोना के साथ ही एचआईवी व टीबी की जांच भी करानी होगी। नेपाल में एड्स व टीबी के बढ़ते मामलों को देखते हुए नेपाल सरकार ने यह फैसला लिया है। नेपाली स्वास्थ्य विभाग सीमा पर नेपाल में प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति की टीबी, एचआईवी व कोरोना जांच को सैंपल ले रहा है। नेपाल में कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रान को लेकर नेपाल सरकार गंभीर तो है ही। लेकिन नेपाल में बढ़ते एड्स व टीबी मरीजों से उसकी चिंता दोगुनी कर दी है। नेपाल स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक इन दिनों नेपाल में एड्स व टीबी मरीजों की संख्या में खासी वृद्धि हुई है। साथ ही देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रान का भी खतरा बना हुआ है। इसी को देखते हुए नेपाल स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना के साथ ही एचआईवी व टीबी जांच का फैसला लिया है। झूलाघाट, गौरीफंटा, धारचूला सहित नेपाली सीमा में प्रवेश करने वाले सभी नाकों पर नेपाल में प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति की तीनों जांच के लिए सैंपल लिए जा रहे हैं। बिना जांच के किसी भी व्यक्ति को अंदर जाने नहीं दिया जा रहा है जिला स्वास्थ्य कार्यालय कैलाली के प्रमुख ने कहा इन दिनों भारत से बढ़ी संख्या में नेपाली नागरिक स्वदेश वापसी कर रहे हैं। कहा इस बीच हुई जांच में बढ़ी संख्या में एड्स व टीबी के मरीज सामने आए हैं। नेपाल में प्रवेश करने वाले सभी नागरिकों की हर नाके पर तीनों जांचों के लिए सैंपल लिए जा रहे हैं, ताकि कोरोना के साथ एड्स व टीबी पर लगाम लगाई जा सके। शारदा बैराज स्थित कोरोना जांच चौकी से स्वास्थ्य विभाग ने कोविड टीकाकरण संबंधी प्रमाण न होने पर 15 लोगों को नेपाल वापस लौटाया। नेपाल से भारत आने वालों को 15 दिन पुराना कोविड 19 टीकाकरण का प्रमाण दिखाना अनिवार्य कर दिया गया है।अति आवश्यक कार्य के लिए आने वालों की सीमा पर ही जांच की जाएगी। जांच में संक्रमित मिलने पर उन्हें वापस लौटाया जाएगा। नेपाल प्रशासन को भी अवगत करा सहयोग की अपील की गई है।नेपाल से भारत आने वाले नागरिकों की फिलहाल शारदा बैराज स्थित कोरोना जांच चौकी में आरटीपीसीआर एवं एंटीजन टेस्ट किए जा रहे हैं। इसके बाद ही उन्हें भारत में प्रवेश की इजाजत दी जा रही है।बैराज स्थित जांच चौकी प्रभारी ने बताया कि 4 को करीब 250 नेपाली नागरिकों की आरटीपीसीआर एवं 55 लोगों की एंटीजन जांच की गई। कोविड टीकाकरण के प्रमाण एवं कोई अन्य दस्तावेज न होने पर शुक्रवार को करीब 15 लोगों को नेपाल के लिए वापस भिजवाया गया है।एसएसबी के असिस्टेंट कमांडेंट ने बताया कि नई गाइडलाइन का पालन करवाने के लिए फिलहाल अभी कोई निर्देश उनके पास नहीं पहुंचा है। एसडीएम ने बताया कि जल्द ही बनबसा में भारत-नेपाल सीमा पर एसएसबी चेकपोस्ट के पास कोरोना जांच चौकी खोली जाएगी।नेपाल प्रशासन से अनुरोध किया जाएगा कि वे अपने यहां से 15 दिन पहले कोविड 19 टीकाकरण करवा चुके नेपाली नागरिकों को ही भारत जाने की अनुमति दिलवाएं।एसडीएम ने बताया कि जल्द ही भारत-नेपाल के अधिकारियों की बैठक भी होनी है। इसमें कोविड के नए स्वरूप, भारत सरकार के नए निर्देशों का पालन कराने एवं राज्य में संभावित विधानसभा चुनाव पर भी चर्चा की जाएगी।