देहरादून। यूकेएसएसएससी पेपर लीक केस के मास्टरमाइंड सैयद सादिक मूसा के तार साल 2015-16 में आयोजित कराई गई दरोगा भर्ती की गड़बड़ी से भी जुड़े हुए मिल रहे है। सैयद सादिक मूसा को हाल ही में यूपी एसटीएफ ने लखनऊ में गिरफ्तार किया था। इसके बाद उत्तराखंड एसटीएफ उसे देहरादून लेकर आई और पूछताछ की तो दरोगा भर्ती की घोटाले में उसका लिंक सामने आ रही है।
पेपर लीक के मास्टर माइंड सैयद सादिक मूसा पर उत्तराखंड एसटीएफ ने दो लाख रुपए का इनाम रखा था। मूसा और उसके खास साथी योगेश्वर राव को पुलिस ने लखनऊ से गिरफ्तार किया था। पूछताछ में मूसा ने हाकस सिंह और केंद्र पाल समेत यूपी व उत्तराखंड के कई नकल माफियाओं से जुड़े होने की बात स्वीकार की है। उसी के नेटवर्क द्वारा साल 2015 में दरोगा भर्ती में घपला किया गया था। मूसा से दरोगा भर्ती में गड़बड़ी का मामला सामने आने के बाद उत्तराखंड विजिलेंस और एसटीएफ ने इस नेटवर्क की परसों को गहराई से खगालना शुरू कर दिया है। सूत्रों के अनुसार यूकेएसएसएससी पेपर लीक केस में मास्टर माइंड ने अपने विश्वासपात्र लोगों से ही काम लिया था। भर्ती घोटलों की आखिरी परत तक जाने के लिए अब उत्तराखंड एसटीएफ मूसा और उसके साथ योगेश्वर राव को रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है। दोनों अभी जेल में बंद है।