एक डाक्टर ऐसा भी, जिसने आर्थिक विपन्नता का किया इलाज

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एक डाक्टर ऐसा भी, जिसने आर्थिक विपन्नता का किया इलाज
प्रतिभावान गरीब बच्चों को डाक्टर और इंजीनियर बनाने की खोली राह
जिद आसमां छूने की, लेकिन अपनी जड़ों से गहरा जुड़ाव
जन्मदिन पर विशेष

वर्ष 1999। आगरा के एसएन मेडिकल कालेज का एक डाक्टर दो गरीब बच्चों को निशुल्क मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराता है। उसके साथी डाक्टर उस पर तंज कसते कि जब तुमने ट्यूशन ही पढ़ानी थी तो डाक्टर ही क्यों बना? दोनों गरीब बच्चे मेडिकल प्रवेश परीक्षा पास कर लेते हैं। बस, फिर क्या था, रेडियोलाॅजिस्ट और फिजियोलाॅजिस्ट डा. नवीन बलूनी ने आगरा में ही बलूनी क्लासेस की स्थापना की। उनकी सबसे आगे रहने की जिद, लगन, अथक मेहनत और दूरदर्शी सोच का नतीजा है कि आज पूरे उत्तर भारत के मेडिकल और इंजीनियरिंग की तैयारी में बलूनी क्लासेस अग्रणी संस्थान है।
फौजी पिता जनार्दन बलूनी से मिले संस्कार और भाई विपिन बलूनी के साथ ने हौसला दिया और आज बलूनी क्लासेस सफलता के शिखर पर है। डा. नवीन बलूनी अपनी माटी और थाती के लिए समर्पित है। 2010 में डा. नवीन बलूनी ने सुपर-50 की शुरुआत की। उनकी सोच है कि प्रतिभावान बच्चों की राह में धन कोई रोड़ा न बने। उन्होंने आर्थिक विपन्नता का इलाज करने के लिए ही सुपर-50 की शुरुआत की। बलूनी क्लासेस हर साल 50 बच्चों को निशुल्क मेडिकल और इंजीनियरिंग की तैयारी कराता है। सुपर-50 का रिजल्ट हर साल लगभग 100 प्रतिशत रहता है। इस तरह से उन्होंने अब तक देश को 500 से भी अधिक डाक्टर और इंजीनियर दिये हैं। यह डा. बलूनी की सामाजिक दायित्व की भावना है। उनके स्कूलों में भी बड़ी संख्या में निर्धन छात्र पढ़ते हैं। वह पलायन रोकने की दिशा में भी काम कर रहे हैं। दूरदर्शी सोच, कुशल प्रबंधन, अथक मेहनत और सामाजिक दायित्व की भावना से ओत-प्रोत डा. नवीन बलूनी को उनके जन्मदिन पर हार्दिक शुभकामनाएं।