देवभूमि के संस्कार अपनाएं सीएम की धर्मपत्नी: भावना पांडे
संत महात्माओं से मिले तो हमारी रीति-नीति के अनुसार
देवभूमि की संस्कृति को बढ़ावा देने की हो कवायद
देहरादून। राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने कहा कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की धर्मपत्नी रश्मि त्यागी को देवभूमि के संस्कार अपनाने चाहिए। उन्होंने कहा कि वो अब प्रदेश के सीएम की पत्नी हैं तो उन्हें सार्वजनिक स्थलों पर मर्यादाओं और संस्कारों के दायरे में रहना चाहिए। उन्होंने सीएम की धर्मपत्नी को संत-महात्माओं से मिलने पर सिर में पल्लू रखने और पिछोड़ा पहनने की अपील की है।
राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने कहा कि सोनिया गांधी इटली निवासी हैॅं। लेकिन उन्होंने भारतीय संस्कृति को अपनाया और उनका परिधान पूरी तरह से भारतीय है। इसी तरह से यदि डा. रश्मि त्यागी अब देवभूमि की बहू हैं तो उन्हें हमारे संस्कारों और रीति-रिवाजों का ध्यान रखना चाहिए। यदि वो सार्वजनिक समारोहों में शिरकत करती हैं तो उन्हें उत्तराखंड के संस्कार और मर्यादाओं की पालना करनी चाहिए ताकि जनता के बीच एक अच्छा संदेश जा सके। भावना पांडे ने कहा कि मुख्यमंत्री भारतीय संस्कृति के ध्वजारोहक संत-महात्माओं ओर महामंडलेश्वरों से मिल रहे हैं तो उनके साथ उनकी धर्मपत्नी भी जाती है, लेकिन उनके खुले बाल और सिर पर पल्लू न होने से हमारी संस्कृति और परम्पराओं को ठेस लगती है।
राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने कहा कि संतों का कहना हैॅ कि सार्वजनिक स्थलों पर भद्र महिलाओं के केश खुले नहीं होने चाहिए। भावना पांडे का कहना है कि मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी से उम्मीद है कि वो देवभूमि की संस्कृति और परम्पराओं को बढ़ावा देंगी।