नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे सीएम: भावना पांडे
राखी सांवत से प्रभावित हैं मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत
युवाओं को आखिर क्या सीख दें पाएंगे मुख्यमंत्री तीरथ
देहरादून। राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने कहा है कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को नैतिकता के आधार पर अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि सीएम के विवादित बयानों से पूरे देश में उत्तराखंड की साख गिरी है। मुख्यमंत्री को इतिहास का भी ज्ञान नहीं है और अमर्यादित टिप्पणी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और भाजपा के पास युवाओं के लिए रोजगार नीति नहीं है ओैर न ही महिला नीति। ऐसे में ये नेता जनता को मूल समस्याओं से भ्रमित कर रहे है।
राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने मुख्यमंत्री के बयान का हास्यापद बताया कि भारत 200 साल तक अमरीका गुलाम रहा। उन्होंने कहा कि जिस मुख्यमंत्री को इतना भी सामान्य ज्ञान नहीं है हम अमरीका के गुलाम थे या अंग्रेजों के, वो हमारा प्रतिनिधित्व कैसे कर सकता है? फटी जींस को लेकर दिये गये बयान के बाद इस बयान ने पूरे देश में मुख्यमंत्री के साथ ही प्रदेश की भी हंसी उड़ाई है। उन्होंने चुटकी ली कि क्या सीएम राखी सांवत से प्रभावित हैं कि जनता का ध्यान आकर्षित करने के लिए इस तरह की बयानबाजी करें।
राखी सांवत इसी तरह की ऊल-जुलूल बयानबाजी कर देश-दुनिया में सुर्खियां बटोरती है। सीएम तीरथ सिंह रावत भी राखी के तर्जं पर उल्टे-सीधे बयान देकर चर्चा में आना चाहते हैं।
भावना पांडे ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कोरोना काल में राशन देने की विवादित बात कही कि दो बच्चों को दस किलो और 20 बच्चों को एक क्विंटल राशन दिया गया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के सामान्य ज्ञान और जीवन मूल्यों पर सवाल उठते हैं, कि हमें यह किस तरह का मुख्यमंत्री मिल गया है।
भावना के अनुसार कोरोना काल में उन्होंने 23 दिनों तक 500 लोगों को रोजाना भोजन दिया। डीएम ने इस कार्य के लिए उनको सम्मानित भी किया। कोरोना काल के दौरान भाजपा और कांग्रेस का एक भी नेता सड़क पर नहीं दिखाई दिया। सब अपने घरों में बंद रहे और जनता को उसके हाल पर छोड़ दिया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में बड़ा राशन घोटाला हुआ। गरीबों और जरूरतमंदों के नाम पर सरकारी राशन हड़प् ली गयी।
आंदोलनकारी भावना पांडे ने कहा कि भाजपा के नेता कभी गगलोड़े से इलाज की बात करते हैं तो कोई सिलबटे में नमक पीसकर रोजगार देने की बात करता है। किसी नेता के पास विजन नहीं है तो प्रदेश के युवाओ का भविष्य क्या होगा? बेहतर होता कि भाजपा के नेता अनर्गल बयानबाजी न करें और प्रदेश के विकास के मुदृदों पर ध्यान दें।