बद्री विशाल एवं केदारनाथ का अपमान देखकर भी हँसते रहे माहरा , देश से माफ़ी मांगे कांग्रेस – चौहान

0
1039

 

बद्री विशाल एवं केदारनाथ का अपमान देखकर भी हँसते रहे माहरा , देश से माफ़ी मांगे कांग्रेस – चौहान

कांग्रेस के राष्टीय अध्यक्ष ने दिखाई उत्तराखण्ड के नेताओं को राजनैतिक अहमियत

देहरादून 7 जुलाई। भाजपा ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे पर एक शिष्टाचार भेंट के दौरान
भगवान बद्री विशाल एवं बाबा केदारनाथ के अपमान का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि अहंकार मे डूबी कांग्रेस को इसके लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।

प्रदेश मीडिया प्रभारी  मनवीर सिंह चौहान ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा द्वारा अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष  मल्लिकार्जुन खड़गे को श्री बद्रीनाथ धाम एवं केदारनाथ का प्रसाद देते हुए सामने आए चित्रों को आपत्तिजनक बताया है । उन्होंने बताया कि इस मुलाकात में खड़गे ने श्री बद्रीनाथ धाम एवं केदारनाथ के प्रसाद को जिस तरह अपने सिंहासन पर बैठे बैठे हाथ से स्पर्श कर स्वीकार किया है, वह 120 करोड़ सनातनियों का अपमान है । क्योंकि देश का बच्चा बच्चा भी विज्ञ है कि हिंदू संस्कृति में भगवान के प्रसाद को हमेशा खड़े होकर दोनों हाथों से सम्मान देकर स्वीकार किया जाता है ।
उन्होंने कहा कि यह अफसोसजनक है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अहंकार में किस तरह भगवान बद्री विशाल एवं केदारनाथ के प्रसाद का अनादर किया । लेकिन उससे अधिक अफसोस और दुख तब हुआ जब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सनातनी संस्कृति को अपमानित होते हुए देखते रहे ।

चौहान ने आरोप लगाते हुए कहा, एक बार फिर साबित हुआ है कि कांग्रेस के दिल्ली में बैठा आलाकमान हो या राज्य में बैठे कठपुतली नेता, सभी को हिंदू संस्कृति और परंपराओं को तवज्जो नही देते है। पार्टी के सुविधावादी हिंदू नेता, मीडिया में चर्चा के लिए जनेऊ के साथ फोटो खिंचवाते है, लेकिन इस तरह सनातनी संस्कृति के अपमान का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं । उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय और प्रदेश दोनो अध्यक्षों को सनातनी संस्कृति के अपमान के लिए सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए ।

उन्होंने नेता प्रतिपक्ष की खड़गे से मुलाकात पर भी तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस के अन्य नेताओं से मुलाकात में खड़गे का कुर्सी से भी नही उठना दर्शाता है कि राज्य कांग्रेस के नेताओं की उनके दिल्ली दरबार में क्या अहमियत है । उत्तराखंडियत का दावा करने वालों को भी इसका संज्ञान लेना चाहिए।